स्वयंसेवियों को अधिक सतर्कता से काम करना होगा : राज्यपाल
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राज्य रेडक्रॉस और इसकी शाखाओं क
राज्य ब्यूरो, शिमला : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राज्य रेडक्रॉस और इसकी शाखाओं के अलावा सभी संबंधित स्वयंसेवियों को कोरोना महामारी के दौरान अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। यह समय समन्वय स्थापित कर कार्य करने का है। यह महत्वपूर्ण है कि रेडक्रॉस प्रशासन, गैर सरकारी संस्थाओं और विभिन्न सामाजिक सेवा संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करे, ताकि कोविड-19 से पीड़ित लोगों की अधिक से अधिक सहायता की जा सके।
राज्यपाल ने राजभवन में विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर कोरोना मरीजों के लिए वितरित की जाने वाली स्वच्छता किट और अन्य सामग्री वाली रेडक्रॉस वेन को भी झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्ष डा. साधना ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं। बंडारू दत्तात्रेय ने कहा इस वर्ष रेडक्रॉस का थीम है 'यस टूगेदर वी आर अनस्टोपेबल'। उन्होंने सभी जिला शाखाओं के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों पर विशेष ध्यान देना, चंबा में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत आइएजी की शुरुआत और हमीरपुर रेडक्रॉस शाखा में एप आधारित सुविधा जैसी कई पहल की गई हैं। राज्यपाल ने कोरोना मरीजों के लिए मोबाइल वेन की सुविधा प्रदान करने के लिए कांगड़ा शाखा और कुल्लू कार्यालय की ओर से सभी स्वयं सहायता समूहों को एक मंच पर लाने की भी सराहना की। उन्होंने किन्नौर जिला की ओर से सामुदायिक सहयोग से क्षमता वृद्धि करना और मंडी जिला की ओर से पंचायत स्तर पर एसईआरवी सेवकों के माध्यम से समूहों का गठन करने की सराहना की। शिमला जिला में लोगों के लिए विभिन्न प्रकार की सहायता सेवाएं चलाई जा रही हैं, सिरमौर जिला में रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार और ऊना जिला में स्वास्थ्य नियंत्रण कक्ष स्थापित करना बेहतर उदाहरण हैं।
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कठिन दौर में रेडक्रॉस की अहम भूमिका : डा. साधना ठाकुर
डा. साधना ठाकुर ने कहा कि महामारी के इस कठिन दौर में रेडक्रॉस महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं को शामिल कर ग्रामीण स्तर पर अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने 'एक्शन ग्रुप' के माध्यम से स्वयंसेवी सेवाओं के लिए मंडी जिला रेडक्रॉस की पहल की सराहना की।