प्रदेश के हर शिक्षण संस्थान का बनेगा आपदा प्रबंधन प्लान
प्रदेश के हर शिक्षण संस्थान के लिए आपदा प्रबंधन प्लान बनेगा।
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के हर शिक्षण संस्थान के लिए आपदा प्रबंधन प्लान बनेगा। शिक्षा विभाग ने इसके लिए स्कूल सेफ्टी प्रोजेक्ट का नाम दिया है। स्कूल प्रधानाचार्यो और मुख्य अध्यापकों को अपने स्कूलों का प्लान तैयार कर निदेशालय भेजने को कहा है।इसमें कहा गया है कि यदि कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो स्कूलों के पास इससे निपटने के क्या साधन हैं। स्कूल या आसपास ऐसा कौन सा स्थान है जहां पर आपदा के समय बच्चों को शिफ्ट किया जा सकता है।
प्रदेश के पांच जिले चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील हैं। भूकंप के अलावा अन्य तरह की प्राकृतिक आपदा भी प्रदेश में आ सकती है। इसे देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी विभागों को इस पर योजना तैयार करने को कहा था, जिसके बाद विभाग यह प्लान तैयार कर रहा है।
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ये बताना होगा
प्लान में बताना होगा कि यदि कोई बड़ी आपदा आती है तो स्कूल के आसपास कौन सा सुरक्षित स्थान है, जहां पर सुरक्षित लोगों को रखा जा सके। शिक्षकों और गैर शिक्षकों को सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं को मद्देनजर रखते हुए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनमें माकड्रिल भी होंगी। आपदा प्रबंध सेल इस योजना को लागू करने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन फंड, क्षमता निर्माण ग्रांट आदि से बजट का प्रबंध करेगा। केंद्र सरकार की अन्य एजेंसियों से भी फंड एकत्र करने का प्रयास होगा। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि स्कूलों से प्लान मांगा गया है। कई स्कूलों ने प्लान भेज भी दिया है।