70 फीसद अभिभावक व शिक्षक बोले, दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करें

कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए अभिभावक और शिक्षक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Apr 2021 08:32 PM (IST) Updated:Sat, 24 Apr 2021 08:32 PM (IST)
70 फीसद अभिभावक व शिक्षक बोले, दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करें
70 फीसद अभिभावक व शिक्षक बोले, दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करें

जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए अभिभावक और शिक्षक दसवीं की परीक्षाएं करवाने के पक्ष में नहीं हैं। परीक्षाओं के बजाए प्री बोर्ड, मिड टर्म परीक्षाओं के आधार पर विद्यार्थियों का मूल्यांकन कर उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट किया जाना चाहिए। जमा दो की परीक्षाओं को भी फिलहाल नहीं करवाना चाहिए, जब स्थिति सामान्य होगी तभी इन परीक्षाओं को करवाना चाहिए।

उच्चतर शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षाएं करवाने और ऑनलाइन पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिए सुझाव मांगे थे। 2500 के करीब सुझाव शिक्षा निदेशालय के पास पहुंचे हैं। इनमें से 70 फीसद अभिभावकों व शिक्षकों ने दसवीं की परीक्षाएं न करवाकर प्रमोट करने की बात कही है। 95 फीसद सुझावों में कहा गया है कि जमा दो की परीक्षाएं होनी चाहिए, लेकिन स्थिति सामान्य होने के बाद। 65 फीसद सुझावों में कहा गया है कि शिक्षकों को स्कूल बुलाना चाहिए, ताकि ऑनलाइन पढ़ाई बेहतर तरीके से करवाई जा सके।

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सवाल पूछने का मिले मौका

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 'हर घर पाठशाला' कार्यक्रम के तहत करवाई जा रही पढ़ाई के प्रारूप को बदलने का सुझाव दिया है। अभिभावकों ने शिक्षा विभाग को सुझाव भेजे हैं कि निजी स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाई करवाई जाए। गूगल मीट आदि का इस्तेमाल पढ़ाई में होना चाहिए, ताकि विद्यार्थी भी सवाल पूछ सकें। अभी तक रिकार्डिड वीडियो विद्यार्थियों को भेजे जा रहे हैं। साप्ताहिक टेस्ट भी इसी तरह से होने चाहिए। स्कूलों में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि शिक्षक क्लास रूम से ही पढ़ाएं, ताकि अच्छी तरह से विद्यार्थियों को समझ आ सके।

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दो रोज पूर्व शिक्षा मंत्री के साथ मुलाकात हुई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का सुझाव दिया है। एसोसिएशन ने ऑनलाइन पढ़ाई के प्रारूप में बदलाव करने का सुझाव दिया है।

-वीरेंद्र चौहान, अध्यक्ष राजकीय अध्यापक संघ।

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मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

हिमाचल शिक्षक महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव पवन मिश्रा, राज्य अध्यक्ष पवन कुमार, उपाध्यक्ष डा. मामराज पुंडिर ने बताया कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा। इसमें पहली मई के बाद शिक्षकों को रोटेशन के आधार पर स्कूल बुलाने, 12वीं की परीक्षा को स्थिति सामान्य होने के बाद ही करवाने सहित अन्य सुझाव दिए हैं।

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