दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करन
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में दसवीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तर्ज पर प्रदेश सरकार यह निर्णय ले सकती है। फर्स्ट और सेकंड टर्म सहित प्री बोर्ड परीक्षाओं के आधार पर विद्यार्थियों को प्रमोट किया जा सकता है। विभागीय स्तर पर इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। निर्णय लेने से पहले शिक्षा विभाग ने इसको लेकर हितधारकों से राय मांगी है।
उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से इस संबंध में सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशक, प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापकों के साथ स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी निजी स्कूल प्रबंधकों से सुझाव मांगे गए हैं। 24 अप्रैल तक सुझाव निदेशालय को भेजने को कहा गया है। स्कूलों में बनी एसएमसी, पीटीए, शिक्षक, गैर शिक्षक संगठनों सहित अन्य लोग भी इसको लेकर अपने सुझाव शिक्षा विभाग को भेज सकते हैं। विभाग शिक्षक संगठनों, गैर शिक्षक संगठनों, एसएमसी, पीटीए, निजी स्कूल प्रबंधकों के अलावा अन्य हितधारकों के साथ बैठक करेगा।
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सात बिंदुओं पर मांगे हैं सुझाव
-डा. अमरजीत शर्मा की ओर से जारी सर्कुलर में सात बिंदुओं पर सुझाव मांगे गए हैं। इसमें पूछा गया है कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच क्या स्कूलों को दोबारा नियमित कक्षाओं के लिए खोलना चाहिए या नहीं।
- दसवीं और जमा दो बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं क्या दोबारा होनी चाहिए।
-बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किया गया है, क्या तब तक इनकी दोबारा ऑनलाइन या ऑफलाइन कक्षाएं लगानी चाहिए या नहीं।
-हर घर पाठशाला कार्यक्रम को शुरू करने और विषय अनुसार ई-पाठ्यक्रम को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।
-स्कूल बंद रहते हैं तो क्या शिक्षकों को स्कूल बुलाना चाहिए, उनकी हाजिरी की व्यवस्था कैसी होनी चाहिए।
-कोरोना काल में कैसे बच्चों की पढ़ाई को और बेहतर बनाया जा सकता है।