अवसाद-कोरोना है तो डरना क्यों, ई-संजीवनी है न
टेली मेडिसन के तहत ई-संजीवनी पोर्टल पर सबसे अधिक परामर्श दर्ज कर
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला
टेली मेडिसन के तहत ई-संजीवनी पोर्टल पर सबसे अधिक परामर्श दर्ज कर देश में तीसरे स्थान पर आने वाले हिमाचल प्रदेश ने अभी तक मरीजों के के लिए घर बैठे 76936 ई-प्रिस्क्रिप्शन बनाई हैं। इसमें विशेषज्ञ परामर्श के साथ दो तरह की सेवाएं संचालित की जा रही हैं। इसके लिए विशेषज्ञ और सामान्य हब बनाए गए हैं, जो दूरदराज क्षेत्रों के पीएचसी व सीएचसी चिकित्सकों को आठ तरह की विशेषज्ञ सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। केंद्र सरकार की इस योजना से हिमाचल 31 मार्च 2020 को जुड़ा था। इस पोर्टल पर सुबह 9:30 बजे से शाम चार बजे तक सेवा उपलब्ध रहती है।
कोरोना महामारी के दौर में हर कोई अस्पताल जाने से कतरा रहा है। कोविड जैसे लक्षण सामने आने पर मानसिक परेशानी हो रही है। यदि कोई कोरोना पॉजिटिव है, तबीयत गड़बड़ा रही है या कोई अन्य बीमारी है तो घर बैठे टेली मेडिसन के तहत ई-संजीवनी और ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श दिया जा रहा है।
प्रदेश में ई-संजीवनी ओपीडी से मरीजों को उपचार प्रदान करने के लिए दो स्थानों पर आइजीएमसी शिमला और नेरचौक मेडिकल कालेज मंडी में हब बनाए हैं। दोनों हब में 33 एमबीबीएस पंजीकृत डाक्टर हैं जो लोगों परामर्श व उपचार प्रदान कर रहे हैं। वहीं ई-संजीवनी विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा के तहत आठ प्रकार की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके तहत आइजीएमसी, कांगड़ा स्थित टांडा और नेरचौक मेडिकल कालेज में हब बना गए हैं। इनमें 133 पंजीकृत विशेषज्ञ हैं जो दूरदराज के क्षेत्रों के पीएचसी और सीएचसी के चिकित्सकों व मरीजों को परामर्श दे रहे हैं।
ई-संजीवनी ओपीडी से ऐसे लें परामर्श
ई-संजीवनी ओपीडी के लिए फोन पर एप डाउनलोड कर मोबाइल नंबर दर्ज करने और हिमाचल प्रदेश चुनने के बाद रोगी पंजीकरण पर क्लिक करना होता है। ओटीपी दर्ज करने के बाद नाम, आयु और शहर जैसी जानकारी भरने के बाद रोगी की आइडी और टोकन नंबर मिलेगा। फिर डाक्टर की सलाह पर परामर्श मिलने के बाद ई-प्रिस्क्रिप्शन डाउनलोड करनी होती है। ई-संजीवनी के माध्यम से प्रदेश के लोगों को घर बैठे विशेषज्ञ परामर्श सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। टेली मेडिसन सेवा के तहत चिकित्सकों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को विशेषज्ञ परामर्श भी प्रदान किया जा रहा है।
-डा. राजीव सैजल, स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल प्रदेश