बारिश के कारण सेब सीजन की रफ्तार पर ब्रेक

कुछ दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण सेब सीजन की रफ्तार पर ब्रे

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 06:38 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 06:38 PM (IST)
बारिश के कारण सेब सीजन की रफ्तार पर ब्रेक
बारिश के कारण सेब सीजन की रफ्तार पर ब्रेक

सुनील ग्रोवर, ठियोग

कुछ दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण सेब सीजन की रफ्तार पर ब्रेक लगी है। ऊपरी शिमला की सबसे बड़ी फल मंडी पराला में करीब 30 हजार पेटियां की सेब की पहुंच रही हैं, जबकि मौसम साफ रहने पर यह आंकड़ा 40 हजार के आसपास था। सेब सीजन की रफ्तार कम होने का दूसरा कारण मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में सीजन खत्म होने की कगार पर है। ऊंचाई वाले इलाकों के बागवान अपनी फसल को दूसरे राज्यों की मंडियों में भी भेजते हैं। दूसरे राज्यों के आढ़ती ऊंचाई वाले इलाकों में जाकर सेब की खरीद कर रहे हैं।

शुक्रवार को पराला मंडी में रायल, गोल्डन व अन्य किस्मों की 25 किलो की 29516 पेटियां बिकने के लिए पहुंचीं। वहीं 386 हाफ बॉक्स बिकने के लिए पहुंचे। बड़ी पेटी के लिए बागवानों को अधिकतम 2400 रुपये तक के दाम मिल रहे हैं, जोकि पिछले दिनों की तुलना में अधिक हैं। वहीं, दूसरी ओर बागवानों की ओर से बाहर की मंडियों के लिए प्रतिदिन सवा लाख पेटियां भेजी जा रही हैं। 20 दिन में फागु और बलग के नैना सेब नियंत्रण कक्ष से 33 लाख पेटियां दूसरे राज्यों के लिए भेजी हैं। बुधवार तक कुल एक करोड़ 23 लाख पेटियां फागु और बलग सेब नियंत्रण कक्ष से बाहरी मंडियों के लिए जा चुकी हैं। ऊंचाई वाले इलाकों में सेब सीजन की रफ्तार अक्टूबर के अंत तक चलने की संभावना है। घास काटने में हो रही देरी

शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों में इन दिनों सर्दियों के लिए पशु चारा काटा जाता है, लेकिन बारिश के कारण लोग घरों में बैठने के लिए मजबूर हैं। सर्दियों के लिए पशुओं के चारे को इकट्ठा करने में देरी हो रही है। बारिश के कारण घास काटने की मशीनें बेचने वाले व्यापारियों को मंदी की मार झेलनी पड़ रही है।

chat bot
आपका साथी