घबराएं नहीं, मन और दिमाग को शांत रख कोरोना को हराएं
जागरण संवाददाता शिमला जिला शिमला के निगरानी अधिकारी डा. राकेश भारद्वाज का कहना है ि
जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला के निगरानी अधिकारी डा. राकेश भारद्वाज का कहना है कि कोरोना वायरस ने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक तौर पर भी लोगों पर असर डाला है। रोजाना सैकड़ों मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में मन और दिमाग को शांत रखना बेहद जरूरी हो गया है। परेशान दिमाग के साथ न ही खुद को संभाला जा सकता है और न ही स्वास्थ्य को।
डा. राकेश भारद्वाज ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लोग अगर सावधानी बरत रहे हैं तो चिता की जरूरत नहीं है। ज्यादा चिता सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है और इसका असर रोग प्रतिरोधक क्षमता और मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है। व्यक्ति में अगर नाक बहना, सूखी खांसी, तेज बुखार जैसे लक्षण नजर आते हैं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर टेस्ट जरूर करवा लें। अगर लोग कोरोना से सतर्कता बरते हुए अपनी सेहत का ध्यान रखेंगे तो वे संक्रमण से खुद के साथ परिवार के सदस्यों व अपने संपर्क में आने वाले लोगों को भी बचा सकते हैं। इसलिए कोरोना के खिलाफ लापरवाही न बरतें। बेहद जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें। सार्वजनिक स्थानों पर आवाजाही करते समय मास्क और उचित शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें। विटामिन सी युक्त फलों का सेवन जरूरी
कोरोना से लड़ने और इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए सीट्रस फल यानी विटामिन सी युक्त फलों का सेवन बहुत जरूरी है। सर्दी का मौसम आ रहा है। नींबू, किन्नू और संतरे विटामिन सी के अच्छे स्रोत माने जाते हैं, इनका भरपूर सेवन करें। नींबू पानी पीयें। संतुलित आहार लेना भी जरूरी है। जंक फूड से दूरी बनाएं और बासा भोजन न खाएं। सुबह सैर व व्यापार करने से शरीर स्वस्थ रहेगा और रोगों से लड़ने की शक्ति मिलेगी। सोने से पहले हल्दीयुक्त दूध पीयें। घर पर बुजुर्गो व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि इनकी इम्यूनिटी कम होने की वजह से संक्रमण का खतरा रहता है।