नवरात्र में श्रद्धालुओं को शक्तिपीठों व मंदिरों में नहीं मिलेगा प्रवेश

शारदीय नवरात्र के दौरान हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों व मंदिरों में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 07:51 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 07:51 PM (IST)
नवरात्र में श्रद्धालुओं को शक्तिपीठों व मंदिरों में नहीं मिलेगा प्रवेश
नवरात्र में श्रद्धालुओं को शक्तिपीठों व मंदिरों में नहीं मिलेगा प्रवेश

राज्य ब्यूरो, शिमला : शारदीय नवरात्र के दौरान हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों व मंदिरों में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा। श्रद्धालुओं को मां चिंतपूर्णी, बज्रेश्वरी माता सहित अन्य शक्तिपीठों व मंदिरों में बाहर से ही दर्शन करने होंगे। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए सरकार ने सात अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र को देखते हुए दिशानिर्देश जारी किए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान की ओर से जारी दिशानिर्देश सभी जिला उपायुक्तों को भेजे गए हैं।

किसी भी शक्तिपीठ या मंदिर में खुला प्रसाद नहीं दिया जाएगा और न ही भंडारों का आयोजन होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने कहा कि कोरोना संक्रमण पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में नवरात्र के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। लोग मास्क लगाकर ही मंदिर परिसर में प्रवेश करें। रोजाना सुबह मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा। प्रदेश में नवरात्र के दौरान मंदिरों व शक्तिपीठों में पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। चैत्र नवरात्र में भी लगी थी बंदिशें

श्रद्धालुओं को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने प्रदेश में चैत्र नवरात्र के दौरान भी बंदिशें लगाई थीं। सभी धार्मिक स्थलों में प्रवेश पर बंदिश लगा दी गई थी। मंदिरों में दर्शन करने के लिए कतार में लोगों को दो गज की दूरी पर खड़े होने की हिदायत दी थी। श्रद्धालुओं को खुला प्रसाद देने पर प्रतिबंध के अलावा मंदिरों में भंडारों पर भी पाबंदी लगाई गई थी।

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