आरटी-पीसीआर रिपोर्ट में देरी बढ़ा रही मर्ज

प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने में आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट की

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 07:47 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:47 PM (IST)
आरटी-पीसीआर रिपोर्ट में देरी बढ़ा रही मर्ज
आरटी-पीसीआर रिपोर्ट में देरी बढ़ा रही मर्ज

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने में आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट की देरी भी एक कारण बन रहा है। कई जगह पर रिपोर्ट आने में एक से दो दिन तो कुछ जगह तीन से चार दिन का भी इंतजार करना पड़ रहा है। रिपोर्ट का इंतजार किए बिना कई लोग बेपरवाह होकर बाहर घूम रहे हैं जो बाद में पॉजिटिव आ रहे हैं। इससे वह अपनी जान के साथ दूसरों की जिदगी से भी खिलवाड़ कर रहे हैं।

प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में आठ आरटी-पीसीआर व 25 ट्रूनॉट लैब में कोरोना परीक्षण हो रहा है। निजी क्षेत्र में भी 20 लैब व अस्पतालों में टेस्ट हो रहे हैं। प्रदेश में अब तक करीब 16 लाख कोरोना टेस्ट किए गए हैं। अब प्रदेश में जीवन धारा मोबाइल हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों के माध्यम से भी रैपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा शुरू की जाएगी। कोरोना जांच के लिए आरटी-पीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट, ट्रूनॉट, सीबीनॉट व एंटीबॉडी टेस्ट किए जा रहे हैं। आइजीएमसी में आरटी-पीसीआर की दो मशीनों के ही काम करने से रिपोर्ट में देरी हो रही है। प्रदेश में 24 घंटे के दौरान सात से 12 हजार तक टेस्ट हो रहे हैं। इनमें दो से पांच हजार तक टेस्ट आरटी-पीसीआर के हो रहे हैं। वहीं जो सैंपल रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजीटिव पाए जा रहे हैं उन्हें आरटी-पीसीआर के माध्यम से दोबारा जांच न करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जो लोग महामारी से ठीक हो गए हैं, प्रोटोकॉल के अनुसार उनका दोबारा टेस्ट करने की जरूरत नहीं है। आइजीएमसी को एक और आरटी-पीसीआर मशीन व आटोमेटिड आरएनए एक्स्ट्रेक्टर और डा. टांडा अस्पताल के लिए आटोमेटिड आरएनए एक्स्ट्रेक्टर प्रदान किए जाएंगे।

निजी क्षेत्र में भी टेस्ट करवाने की सुविधा

सरकार ने निजी क्षेत्र में भी टेस्ट सुविधा उपलब्ध करवाने की अनुमति दी है। निजी क्षेत्र में अब तक 20 प्रयोगशालाओं व अस्पतालों में टेस्ट सुविधा शुरू है। ट्रूनॉट व रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से 1309 और 23668 टेस्ट किए जा चुके हैं। सभी प्रकार के करों सहित प्रति टेस्ट का दाम दो हजार रुपये निर्धारित किया गया है। वहीं रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए शुल्क प्रति टेस्ट 300 रुपये है।

यह लक्षण हों तो कोरोना संदिग्ध

जिन लोगों में कफ और कफ रहित बुखार, सिर दर्द, गला खराब होना, शरीर में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, स्वाद और सुगंध की शक्ति क्षीण हो, थकावट और डायरिया जैसे लक्षण पाए जाते हैं उन्हें भी कोरोना संदिग्ध माना जाएगा।

सैंपल की संख्या बढ़ाने से जांच रिपोर्ट आने में देरी भी हो रही है। लैब की कार्यप्रणाली चुस्त-दुरुस्त करने के लिए अतिरिक्त स्टाफ दिया गया है। टेस्ट बढ़ाने के लिए शहरों, कस्बों, गांवों, महाविद्यालयों, विद्यालयों, सामुदायिक केंद्रों और खाली स्थानों में समर्पित रैपिड एंटीजन टेस्ट बूथ स्थापित किए जा रहे हैं। रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजीटिव आने वालों को तुरंत होम आइसोलेट किया जा रहा है।

डा. निपुण जिदल, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश

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