टूटीकंडी पार्किंग में बनेगा 500 बिस्तरों का अस्पताल

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इन्हें अस्पताल की सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 04:33 AM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 04:33 AM (IST)
टूटीकंडी पार्किंग में बनेगा 500 बिस्तरों का अस्पताल
टूटीकंडी पार्किंग में बनेगा 500 बिस्तरों का अस्पताल

जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इन्हें अस्पताल की सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है । प्रशासन ने बुधवार को टूटीकंडी पार्किंग का निरीक्षण किया। इसमें पहले 100 बिस्तरों का अस्पताल बनाने का प्लान था, इसे बढ़ाकर 500 करने का प्रस्ताव प्रशासन ने तैयार किया है।

प्रशासन का मानना है कि इस भवन में जगह माकूल मौजूद हैं। संकट की इस घड़ी में इसका बेहतर इस्तेमाल हो सकता है। हर मंजिल पर यदि 100 बिस्तरों की व्यवस्था की जाती है तो कोरोना मरीजों को बड़ी राहत मिल सकती है। इसी तरह से शहर में प्रशासन ने पुराने मिलिट्री अस्पताल वाकर को भी लेने की तैयारी तेज कर दी है। इसे कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए प्रशासन की ओर से सरकार को प्रस्ताव भेजा जाना है।

उपायुक्त आदित्य नेगी सहित एसपी का कार्यभार देख रही डा. मोनिका सहित अन्य अधिकारियों ने इस अस्पताल के भवन का निरीक्षण किया। राज्य सरकार की ओर से यह मामला केंद्रीय मंत्रालय के समक्ष उठाया जाना है। इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला में कोरोना मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता को बढ़ाने के लिए निर्देश दिए थे। इसके बाद से ही जिला प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार को टूटीकंडी तो वीरवार को वाकर अस्पताल का दौरा किया। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने कहा कि बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए वाकर अस्पताल का दौरा किया है।

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सभी मंडलों में अधिकारियों ने दिए निर्देश

जिला के सभी मंडलों में अधिकारियों को बिस्तरों की क्षमता को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। रोहडू, रामपुर से लेकर ठियोग तक बिस्तरों की क्षमता को बढ़ाने का काम चल रहा है। शहर ही नहीं बल्कि गांव तक मरीजों को सुविधा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रयास किया जा रहा है।

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जिला में कई जिलों से पहुंचते हैं मरीज

शिमला में अपने जिले के ही नहीं बल्कि सोलन, सिरमौर से लेकर किन्नौर तक के मरीज पहुंचते हैं। जिला के अस्पतालों को इन सभी जिलों के मरीजों को आक्सीजन से लेकर अन्य सुविधाएं दी जानी है। बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने की जरूरत इसलिए ही शिमला में ज्यादा है। इसी तैयारी को देखते हुए सरकार के निर्देश के बाद प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।

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