कोरोना से हुई मौतों में 69.7 फीसद दूसरी लहर में हुई

प्रदेश में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों में से 69.7 फीसद दूसरी लहर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Jun 2021 08:25 PM (IST) Updated:Sat, 05 Jun 2021 08:25 PM (IST)
कोरोना से हुई मौतों में 69.7 फीसद दूसरी लहर में हुई
कोरोना से हुई मौतों में 69.7 फीसद दूसरी लहर में हुई

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों में से 69.7 फीसद दूसरी लहर में हुई हैं। कोरोना की दूसरी लहर में 2262 लोगों की मौत हुई है, जबकि पहली लहर के दौरान 982 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों की औसतन आयु पहली लहर में 64.2 वर्ष थी, जबकि दूसरी लहर में औसतन आयु घट कर 61 वर्ष दर्ज की गई है। पहली लहर के दौरान 1.68 फीसद मृत्यु दर दर्ज की गई, जबकि दूसरी लहर में यह दर 1.67 प्रतिशत रही। पहली लहर में मरने वालों में से करीब 70 फीसद लोग को-मार्बिडिटीज से पीड़ित थे, जबकि दूसरी लहर में मरने वालों में केवल 41.6 प्रतिशत लोग ही को-मॉर्बिडिटीज से पीड़ित थे।

पहली लहर के दौरान प्रदेश में मार्च, 2020 में कोविड का पहला मामला दर्ज होने के बाद से 23 फरवरी, 2021 तक 58403 मामलों के मुकाबले दूसरी लहर में चार मई, 2021 तक 1,35,521 मामले दर्ज किए गए। पहली लहर में औसतन 171 मामले प्रतिदिन दर्ज किए गए जबकि दूसरी लहर में लगभग आठ गुना अधिक औसतन 1342 मामले प्रतिदिन दर्ज किए गए। दूसरी लहर में 8.95 प्रतिशत मरीजों की मृत्यु घर पर हुई, जबकि पहली लहर में 5.09 प्रतिशत मरीजों का निधन घर पर हुआ।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डा. निपुण जिंदल ने बताया कि पांच दिन में प्रदेश में पाजिटिविटी दर करीब छह फीसद दर्ज की गई है। लेकिन टीकाकरण के साथ-साथ कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाते हुए सही ढंग से मास्क पहनना, हाथ धोना और परस्पर दूरी बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।

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दुर्गम क्षेत्रों में काम कर रहीं 10 मेडिकल मोबाइल यूनिट

राज्य ब्यूरो, शिमला : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डा. निपुण जिंदल ने बताया कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों के लिए जीवनधारा मोबाइल हेल्थ व वेलनेस सेंटर के तहत 10 मेडिकल मोबाइल यूनिट कार्य कर रहे हैं। इनमें बीपी, मधुमेह, विभिन्न कैंसर सहित अन्य बीमारियों की जांच की जा रही है। मेडिकल मोबाइल यूनिट में सभी आवश्यक दवाएं और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। जीवनधारा के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच सहित ओपीडी सुविधा भी प्रदान की जा रही है। जीवनधारा के तहत 21 मार्च, 2021 तक कुल 18064 मरीजों की जांच की गई और 9833 टेस्ट किए गए।

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