वैक्सीनेशन ड्यूटी में मां का साथ देने उतरी बेटी
कोरोना के मुश्किल वक्त में शिमला की रहने वाली 25 वर्षीय मीनाक्षी वम
जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना के मुश्किल वक्त में शिमला की रहने वाली 25 वर्षीय मीनाक्षी वर्मा लोगों की मदद के लिए आगे आई हैं। मीनाक्षी की माता संजौली पीएचसी में हेल्थ वर्कर हैं। उनकी ड्यूटी कोविड वैक्सीनेशन में लगी है। मीनाक्षी ने बी फार्मा की डिग्री की है। अभी वह फिजियोथैरपी का कोर्स कर रही हैं। इन दिनों शिक्षण संस्थान बंद हैं तो उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ वैक्सीनेशन के काम में मां की मदद करना शुरू कर दिया है।
वह रोजाना सुबह नौ बजे स्वास्थ्य केंद्र में अपनी मां के साथ पहुंच जाती हैं और शाम तक वहीं पर काम करती हैं। वैक्सीनेशन में पंजीकरण के काम में वह मां का हाथ बंटा रही हैं। पीएचसी में जो लोग वैक्सीन लगाने के लिए आते हैं, उन्हें जागरूक भी करती हैं। उन्हें बताया जाता है कि कोरोना से कैसे बचा जा सकता है। मीनाक्षी वर्मा ने कहा कि उनकी बड़ी बहन नर्सिग ट्यूटर हैं। उनकी माता का उन्हें पूरा सहयोग मिला है। कोरोना का मुश्किल दौर चल रहा है। मां से उनको प्रेरणा मिली है कि ऐसे कठिन समय में लोगों की सेवा की जाए। 24 अप्रैल से पीएचसी में वॉलंटियर के तौर पर काम करना शुरू किया था।
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सहयोगियों को भी मदद के लिए आगे आने को कहा
मीनाक्षी ने बताया कि उसने बी फार्मेसी के दौरान साथ पढ़ने वालों से बात की है। कोरोना के मामलों में जिस तरह से बढ़ोतरी हो रही है, स्वास्थ्य कर्मियों की भी कमी हो रही है। ऐसे में उन्हें भी वॉलंटियर के तौर अपनी सेवा देने के लिए आगे आना चाहिए।