मनी लांड्रिंग के मामले में वीरभद्र ने मांगे दस्तावेज, दो सप्ताह में जवाब देगा ईडी
सुनवाई के दौरान वीरभद्र के वकील ने कहा कि उन्हें उपलब्ध कराए गए अधिकांश दस्तावेज पढ़ने योग्य नहीं है और कुछ दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मनी लांड्रिंग के मामले से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराने के संबंध में आरोपित हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आवेदन किया है। इस पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जवाब दाखिल करने के लिए छह सप्ताह का समय मांगा है। ईडी के अनुरोध पर पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष अदालत ने कहा कि छह सप्ताह का समय अधिक है। ईडी दो सप्ताह के अंदर अपना जवाब दाखिल करे। मामले की अगली सुनवाई पांच अक्टूबर को होगी।
सुनवाई के दौरान वीरभद्र के वकील ने कहा कि उन्हें उपलब्ध कराए गए अधिकांश दस्तावेज पढ़ने योग्य नहीं है और कुछ दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए।
गौरतलब है कि तरिनी ग्रुप कंपनी के मालिक चंद्रशेखर को 15 फरवरी को ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था और निचली अदालत ने उन्हें नौ मार्च को जमानत दी थी।
ईडी ने अपने आरोप पत्र में कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने पत्नी प्रतिभा सिंह समेत अन्य लोगों के साथ मिलकर सात करोड़ रुपये की गैर कानूनी संपत्ति बनाई है और एलआइसी पॉलिसी में निवेश किया है। ईडी का आरोप है कि चंद्रशेखर ने ही वीरभद्र सिंह उसके परिवार को 5.9 करोड़ रुपये अपने निजी खाते से उपलब्ध कराए थे। ईडी ने सीबीआइ द्वारा दायर की गई शिकायत के आधार पर मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था।