Coronavirus: आइजीएमसी में तीन मरीज एक सप्ताह में स्वस्थ, आइसोलेशन में तैनात स्टाफ क्वारंटाइन
Coronavirus प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आइजीएमसी शिमला से राहत की खबर है।
शिमला, जागरण संवाददाता। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आइजीएमसी शिमला से राहत की खबर है। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित उपचाराधीन 3 मरीजों की रिपोर्ट शुक्रवार को नेगेटिव आई थी। रिपोर्ट नेगेटिव आने और दो दिन ऑब्जर्वेशन पर रखने के बाद इन्हें छुट्टी दे दी गई। वहीं संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए आइसोलेशन वार्ड में तैनात किए गए स्टाफ को संस्थागत क्वारंटाइन पर रखा गया है।
आइजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि अस्पताल में उपचाराधीन तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दूसरे चरण की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। मरीजों को आगामी कुछ दिनों के लिए क्वारंटाइन पर रखा जाएगा। सीएमओ सोलन काे इसकी सूचना दे दी गई है। उनकी निगरानी में मरीजों को आगामी क्वारंटाइन पर रखा जाएगा।
इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड में तैनात स्टाफ को भी 14 दिन के क्वारंटाइन में रखा जाएगा, ताकि संक्रमण की आशंका न रहे। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों के आइसोलेशन वार्ड में तैनात स्टाफ को घर भेजने से पहले 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाए।
5 अप्रैल काे लाए गए थे आइजीएमसी
अस्पताल प्रशासन का कहना है तीनों मरीज उत्तर प्रदेश गाजियाबाद के रहने वाले हैं और हिमाचल में जगह-जगह मजदूरी का काम करते हैं। इनमें से दो की उम्र 17 साल और एक पुरूष की उम्र 55 साल है। ये तीनों 18 मार्च को हिमाचल आए थे। कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते तीनों के टेस्ट नालागढ़ में करवाए गए थे। इसके बाद 5 अप्रैल को इन्हें विशेष एंबुलेंस में आइजीएमसी पहुंचाया गया था। आइसोलेशन वार्ड में ये मरीज एक हफ्ते तक डॉक्टरों की निगरानी में रहे।
पॉजिटिव होने के बावजूद नहीं थे लक्षण
पिछले एक हफ्ते से नालागढ़ से आए तीनों काेरोना पॉजिटिव मरीज अस्पताल के इसोलेशन में सामान्य हालात में रहे। डॉक्टरों का कहना है कि तीनों मरीजों को कोरोना के कोई लक्षण उजागर नहीं हुए। अस्पताल प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस के प्रति सरकार द्वारा दिए जा रहे दिशा निर्देशाें का पालन करें। जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न निकलें। इन दिनों शारीरिक दूरी बनाए रखने से कोरोना के खतरे से बचा जा सकता है।