जरूरतमंदों की मदद को आगे आए शिक्षक, 35 सदस्यीय कमेटी गठित
कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही प्रदेश सरकार के साथ सरकारी स्कू
जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही प्रदेश सरकार के साथ सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी सारथी की भूमिका निभाएंगे। शिक्षकों ने पहले कोविड फंड में दान कर सरकार को आर्थिक रूप से मदद की थी। अब वे लोगों की खुद सेवा करेंगे। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने कोरोना से निपटने व इस महामारी में लोगों की सहायता करने के लिए प्रदेशभर से 35 सदस्यों की समिति का गठन किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य जरूरतमंद लोगों की सहायता करना है। गरीब बच्चों को किताबें-कॉपी के साथ, जरूरतमंदों को राशन वितरित किया जाएगा।
महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष डा. मामराज पुंडीर ने बताया कि इस समिति की अगुआई प्रांत संगठन मंत्री पवन मिश्रा करेंगे। इस समिति में सभी जिलों के अध्यक्ष, महासचिव जिलास्तर और उसके बाद खंडस्तर पर समिति को सहयोग के लिए टीमों का गठन करेंगे। उन्होंने बताया कि कहा कि शिक्षक महासंघ के सदस्य कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के साथ खड़े हैं और सरकार के हर आदेश का पालन करेंगे। महासंघ के कई सदस्य पहले से ही सेवाएं दे रहे हैं।
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वैक्सीनेशन के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे
डा. पुंडीर ने बताया कि यह समिति गांव-गांव जाकर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूकता करेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ शिक्षा के क्षेत्र के साथ समाज में काम करने वाला संगठन है, जिसके सदस्य राष्ट्र निर्माण में समर्पित है। महासंघ के प्रांत संगठन मंत्री पवन मिश्रा, प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार, प्रांत उपाध्यक्ष डा. मामराज पुंडीर, प्रांत महामंत्री विनोद सूद, प्रांत उपाध्यक्ष विजय कंवर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जय शंकर, भीष्म, प्रांत मीडिया प्रभारी दर्शन लाल, सुधीर गौतम ने प्रदेश के सभी कर्मचारियों से अनुरोध किया कि सभी वैक्सीनेशन में सहयोग करें और कोरोना महामारी को खत्म करने में अपना योगदान दें।
डा. पुंडीर ने सभी कर्मचारियों, बुद्धिजीवियों, समर्थ लोगों सहित शिक्षक महासंघ के सदस्यों से आह्वान किया कि सभी वैक्सीन जरूर लगवाएं और कुछ राशि दान दें।