विकास कार्य पूरे करवाना पार्षदों के लिए होगा चुनौतिपूर्ण
नगर परिषद रामपुर में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : नगर परिषद रामपुर में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित पार्षदों की ताजपोशी होने के बाद आगे की राह भी आसान नहीं है। कोरोना काल में करीब सभी वार्डों में विकास कार्य रुके हुए हैं और इन्हें पूरा करवाने के लिए अधिक राशि की जरूरत है, जबकि नगर परिषद का खजाना खाली है। नगर परिषद की किरायेदारों से लाखों रुपये की लेनदारी है।
नगर परिषद रामपुर के सभी वार्डों में अभी कई विकास कार्य पूरे किए जाने हैं। नवनिर्वाचित पार्षदों ने वार्ड के लोगों से कई वादे भी किए हैं। इस बार एक पार्षद को छोड़कर बाकी युवा चेहरे जीते हैं। जनता की उम्मीदों में सभी पार्षद खरा उतरने का पूरा प्रयास भी करेंगे लेकिन कांग्रेस समर्थित नगर परिषद होने का असर कहीं न कहीं अवश्य पड़ सकता है, क्योंकि प्रदेश में भाजपा की सरकार है। इसलिए सभी पार्षदों को कहीं न कहीं सरकार के साथ मिलकर चलने की भी जरूरत पड़ सकती है। हालांकि शहरी एवं विकास विभाग को समय-समय पर योजनाएं बनाकर भी भेजी जा रही हैं लेकिन यह सब सरकार की मंशा पर ही निर्भर करता है। अभी तक नगर परिषद में विकास कार्य केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई राशि से किए जा रहे हैं लेकिन कई वार्डों में कार पार्किंग, पार्क, सड़कें, सीवरेज, पक्के रास्तों सहित कई कार्य किए जाने हैं। इन्हें सरकार के सहयोग के बिना पूरा नहीं किया जा सकता है।
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केंद्र सरकार क्षेत्र व जनसंख्या के हिसाब से सालाना दो करोड़ रुपये नगर परिषद को जारी करती है। इस राशि से सभी विकास कार्यों को पूरा करना संभव नहीं है। प्रदेश सरकार को एसडीएम के माध्यम से कार पार्किंग के निर्माण के लिए योजना बनाकर भेजी है। कोरोना काल में विकास कार्य प्रभावित हुए हैं। कई वार्डों की सड़कें भी अधूरी हैं।
-हरि शर्मा, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद रामपुर