खुले कालेज, छह माह बाद दिखी चहलपहल
राजकीय कन्या महाविद्यालय (आरकेएमवी) परिसर में हाथ सैनिटाइज व थर्मल स्कैनिग के बाद छात्राओं को कालेज में प्रवेश दिया गया।
राजकीय कन्या महाविद्यालय (आरकेएमवी) परिसर में हाथ सैनिटाइज करने व थर्मल स्कैनिग के लिए तीन-चार छात्राएं पंक्ति में खड़ी थीं। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थर्मल स्कैनिंग करवाकर उन्हें कक्षा में प्रवेश करवा रहे थे। छह माह बाद कालेज खुलने की खुशी छात्राओं के चेहरे पर साफ झलक रही थी। छात्राएं एक-दूसरे का हालचाल पूछती दिखीं। कालेज पहुंचकर दोस्तों से मिलने की खुशी उनकी बातों में दिखाई दे रही थी। छात्राओं के आने का सिलसिला जारी था।
क्लासरूम सैनिटाइज करवाने के बाद छात्राओं की कक्षाएं लगाई गई। गेट के समीप भी सैनिटाइजर रखा था। कक्षाओं में छात्राओं को उचित शारीरिक दूरी के नियम के साथ बैठाया जा रहा था। वहीं छात्राओं को मास्क पहनने के साथ कोरोना से बचाव के लिए दिशानिर्देश का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा था। परिसर में छात्राओं को ग्रुप में खड़े रहने से इन्कार किया जा रहा था।
प्रस्तुति : जागरण संवाददाता, शिमला। कालेज पहुंचकर उत्साहित हूं
छात्रा अंबिका का कहना है कि कालेज पहुंचकर उत्साहित हूं। कालेज खुलने की खुशी में एक हफ्ता पहले ही शिमला पहुंच गई थी। छह महीने बाद आफलाइन पढ़ाई के लिए उत्सुक हूं। हालांकि आनलाइन तरीके ने पढ़ाई से जोड़े रखा लेकिन क्लासरूम में बैठकर पढ़ाई करना अधिक सरल है। आनलाइन पढ़ाई में आई परेशानी
छात्रा दिपाली का कहना है कि घर से आनलाइन पढ़ाई में परेशानी आई। गांव में नेटवर्क की दिक्कत की वजह से पढ़ाई बाधित रही। कालेज खुलने का लंबे समय से इंतजार था। अब नियमित तौर पर कक्षाएं शुरू होनी चाहिए। कोरोना से बचाव जरूरी
छात्रा दीक्षा का कहना है कि कोरोना से बचाव जरूरी है, लेकिन पढ़ाई को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। कालेज में शिक्षकों से सीधा संवाद कर संशय दूर करना आसान है। संक्रमण से बचाव के लिए छात्रों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सरकार की ओर से जारी सभी दिशार्निदेशों का पालन करना चाहिए। कालेज प्रबंधन का धन्यवाद
छात्रा साक्षी का कहना है कि कालेज में कोरोना से बचाव के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके लिए कालेज प्रबंधन का धन्यवाद कहना चाहूंगी। आफलाइन पढ़ाई के साथ दोस्तों से मिलने की खुशी भी है। अब पढ़ाई की शंकाएं भी दूर हो सकेंगी।