जयराम बोले-मैं चश्मदीद गवाह, राज्यपाल के एडीसी को मुकेश ने दिया धक्का

राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 08:41 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 08:41 PM (IST)
जयराम बोले-मैं चश्मदीद गवाह, राज्यपाल के एडीसी को मुकेश ने दिया धक्का
जयराम बोले-मैं चश्मदीद गवाह, राज्यपाल के एडीसी को मुकेश ने दिया धक्का

राज्य ब्यूरो, शिमला : राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन को बताया, 'मैं चश्मदीद गवाह हूं, राज्यपाल के एडीसी को विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने धक्का दिया। राज्यपाल के साथ जो 26 फरवरी को घटित हुआ वह शर्मनाक है।' मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति करने के लिए समय व स्थान उचित न चुना जाए तो नुकसान होता है। जो हुआ उससे देवभूमि शर्मिदा है। विपक्ष कह रहा है कि उसने कुछ ऐसा नहीं किया। नियम इजाजत देते हैं तो विधानसभा में लग कैमरों की फुटेज सदन में दिखाई जाए। विपक्ष भी देखे और आज जनता भी, जिससे सच्चाई सामने आ जाएगी। विपक्ष ने भारी गलती की है है उसे स्वीकार कर राज्यपाल से माफी मांगनी चाहिए। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का प्रस्ताव विपक्ष की गैरमौजूदगी में ध्वनिमत से स्वीकार किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष पहले से ही योजना बनाकर आया था। अभी राज्यपाल ने अभिभाषण खत्म भी नहीं किया था, इससे पहले ही इसे झूठ का पुलिदा कहकर बाधा डालनी शुरू कर दी। विरोध होता है, नारे लगते हैं लेकिन ऐसा नहीं होता कि राज्यपाल के साथ दु‌र्व्यवहार किया जाए। विपक्ष के नेता ने राज्यपाल की गाड़ी पर लगे राष्ट्रध्वज का अपमान किया। अब विपक्ष बाहर जाकर ड्रामा कर रहा है। आशा कुमारी कह रही हैं कि राज्यपाल की तरफ उनकी पीठ थी। राज्यपाल की तरफ पीठ कर कौन खड़ा होता है। कोरोना संक्रमण के समय सरकार ने बेहतर तरीके के काम करने की कोशिश की है। सभी सदस्यों ने तनख्वाह का 30 फीसद दिया, जो मार्च माह तक कटेगा।

वहीं राकेश सिंघा के उठाए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में जांच चल रही है। ऐसा करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने सरकार के किए विकास कार्यो को सदन में रखा।

निगम-बोर्डो के घाटे में आने पर दी करोड़ों की मदद

कोरोनाकाल में जब निगम और बोर्डो में भारी घाटा आया तब प्रदेश सरकार ने 529.20 करोड़ एचआरटीसी को, पंजीकृत होटल व्यावसायियों के छह माह का बिजली पानी का बिल माफ किया, 40 करोड़ एचपीटीडीसी को दिए, 492 फूल बागवानों को चार करोड़ रुपये दिए, 5350 मछुआरों को एक करोड़ की सहायता दी। वहीं एक लाख श्रमिकों को 72 करोड़ 73 लाख की सहायता और कर्मचारियों के वेतन और भत्तों में वृद्धि की गई।

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