समय पर पूरी हों पर्यटन विकास परियोजनाएं

पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की निर्माणाधीन विकास परियोजनाएं समयस

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 May 2021 09:20 PM (IST) Updated:Thu, 20 May 2021 09:20 PM (IST)
समय पर पूरी हों पर्यटन विकास परियोजनाएं
समय पर पूरी हों पर्यटन विकास परियोजनाएं

राज्य ब्यूरो, शिमला : पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की निर्माणाधीन विकास परियोजनाएं समयसीमा के भीतर पूरी होनी चाहिए, ताकि इनकी लागत न बढ़े। यह आदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोजेक्टों में देरी से लागत लगातार बढ़ती जाती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मंडी के जंजैहली में 25.75 करोड़ की लागत से सांस्कृतिक केंद्र का कार्य पूरा कर लिया गया है और यह पीपीपी मोड़ पर संचालन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। परियोजना की नीलामी के संबंध में बैठक तीन जून को होगी और बोली प्रस्ताव 25 जून को जमा किए जाएंगे। मंडी की शिवधाम परियोजना का 36.12 करोड़ की लागत का प्रथम चरण का कार्य मैसर्ज जेनरिक इंजीनियरिग कंस्ट्रक्शन एंड प्रोजेक्टस लिमिटेड को दिया है। उन्होंने अधिकारियों को प्रस्तावित हवाई अड्डे का सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए।

12.15 करोड़ से बन रहा हेलीपोट

मुख्यमंत्री ने बताया कि शिमला में 12.15 करोड़ रुपये की लागत से हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। यह जुलाई के अंत तक पूरा हो जाएगा। वहीं 17 करोड़ रुपये की लागत से कांगड़ा हाट, चार करोड़ से डल लेक और भलेई माता में चार करोड़ रुपये की लागत से आर्ट एवं क्रॉफ्ट परियोजना का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है। उन्होंने बद्दी, रामपुर और कंगनीधार में हेलीपोर्ट का समयवद्ध निर्माण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। 25.45 करोड़ रुपये की लागत से बैंटनी कैसल शिमला का कार्य इस वर्ष सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि परियोजना को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए। शिमला जिले के चांसल क्षेत्र में पीपीपी मोड पर रोपवे, स्की लिफ्ट, स्की रिजॉर्ट, हेलीपेड, कैंपिंग स्की स्लोप विकसित की जाएंगी।

अटल टनल के दोनों छोर विकसित होंगे

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने अटल रोहतांग सुरंग के दक्षिण और उत्तर छोर पर पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित करने का फैसला लिया है। इसके अलावा विस्टाडोम पर्यटक बस शुरू करने का प्रस्ताव किया है। सिस्सू झील को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।

आतिथ्य सत्कार का प्रशिक्षण मिलेगा

धर्मशाला में वर्तमान फूड क्राफ्ट संस्थान को स्तरोन्नत कर 11.75 करोड़ रुपये की लागत से होटल प्रबंधन संस्थान का निर्माण किया जाएगा। यह संस्थान आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में लोगों को प्रशिक्षित करेगा।

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