शाम को उतारा, सुबह फिर लगाया अनुराग का होर्डिग
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के स्वागत के लिए लगे होर्डिग को शाम को उ
राज्य ब्यूरो, शिमला
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के स्वागत के लिए लगे होर्डिग को शाम को उतारकर ट्रक में ले जाया गया, लेकिन सुबह होते-होते दोबारा से उसी जगह लगाना पड़ा। मामला सोलन के भराड़ीघाट का है। असल में होर्डिग कर्मचारी नेता एवं हिमाचल पथ परिवहन मजदूर संघ के अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर के भवन में लगा था। लोक निर्माण विभाग के कर्मियों ने बुधवार शाम बिना सूचना के इसे उतार दिया। मामला संगठन से सरकार तक जा पहुंचा। मामला तूल पकड़ता देख लोक निर्माण विभाग ने न केवल होर्डिग वापस लगा दिया बल्कि टूटफूट के कारण इसकी जगह नया बनवाने पर भी राजी हो गया है।
लोनिवि के कर्मी भराड़ीघाट में निजी भवन में लगे अनुराग के होर्डिंग को बुधवार शाम को पांच बजे उतार कर ट्रक में ले गए। शंकर सिंह घर पहुंचे तो होर्डिग गायब था। उन्होंने पड़ोस के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली और अर्की के एसडीएम से भी बात की। एसडीएम ने नियमों का हवाला दिया तो कर्मचारी नेता ने एफआइआर दर्ज करने की चेतावनी दी। इसके बाद उन्होंने भाजपा आलाकमान, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से लेकर मुख्यमंत्री तक बात की। सुबह दस बजे लगाया वापस
लोनिवि ने होर्डिग को वीरवार सुबह दस बजे फिर वहां लगा दिया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर प्रदेश में हो रहे उपचुनाव को देखकर नियमों के तहत इसे हटाया गया था तो वापस क्यों लगाया गया। -------
निर्वाचन आयोग के आदेश, निर्देश और नियम के तहत कारवाई की। निजी संपत्ति में भी अगर किसी राजनीतिक दल के होर्डिग या बैनर लगे हों तो उन्हें भी हटाया जा सकता है। प्रशासन इन निर्देश का पालन सुनिश्चित कर रहा है। शंकर सिंह के मामले में भी यही हुआ।
शहजाद आलम, एसडीएम, अर्की
निजी भवनों से होर्डिग बिना मालिक की अनुमति से हटाया जाना ठीक नहीं है। शंकर सिंह के मामले में हमारे स्टाफ ने गलत कारवाई की। एक बार मालिक से बात करनी चाहिए थी। होर्डिग दोबारा वहीं लगाने के लिए कह दिया था।
रवि कूपर, एक्सईएन, अर्की, लोक निर्माण विभाग
मैंने होर्डिग नया नहीं लगाया और न नियमों व आचार संहिता का उल्लंघन किया है। अपने नेता की फोटो लगाई है, वह भी तब जब वह हिमाचल आए थे। होर्डिग अभिवादन के लिए लगाया था। एसडीएम ने मनमानी की, जो बर्दाश्त नहीं होगी।
शंकर सिंह ठाकुर, अध्यक्ष, हिमाचल पथ परिवहन मजदूर संघ