छोटा शिमला में पांच मंजिला भवन गिरा, बड़ा हादसा टला; तीन भवनों को पहुंची क्षति Shimla News
Building Collapsed राजधानी शिमला में भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। छोटा शिमला के एरा होम इलाके में पांच मंजिला भवन ढह गया।
शिमला, जेएनएन। राजधानी शिमला में भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। छोटा शिमला के एरा होम इलाके में पांच मंजिला भवन ढह गया। गनीमत यह रही कि हादसे के समय भवन में कोई मौजूद नहीं था। हादसे की आशंका के चलते भवन पहले ही खाली करवा दिया गया था। इस कारण हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। भारी बारिश के कारण जमीन धंस गई और भवन ढह गया।
प्रशासन की टीम जांच में जुटी हुई है। यह पता लगाया जा रहा है कि इस भवन में कौन कौन रहता था। भवन ढह जाने से साथ लगते मकान में मलबा जा गिरा है। इससे साथ लगते मकान को भी आंशिक नुकसान हुआ है। साथ लगते भवन के छज्जे गिर गए हैं। इसके अलावा एक मंजिला भवन को खतरा पैदा हो गया है। भवन में भाषा एवं संस्कृति विभाग के पूर्व निदेशक डा. प्रेम शर्मा का फ्लैट था।
प्रेम शर्मा को सुबह फोन आया कि भवन में दरारें पड़ गई हैं। प्रेम शर्मा सुबह भवन में आए इसके बाद दरारें देखकर चले गए। उनके जाने के 15 मिनट बाद ही हादसा हो गया और पूरा भवन ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। भवन गिरने से चार पेड़ भी गिर गए और साथ लगते भवन की छत को क्षति पहुंची है।
सुबह 10:30 बजे जोरदार धमाके की आवाज के साथ बिखर गया भवन
छोटा शिमला के ऐरा होम में सुबह 10:30 बजे जोरदार धमाका हुआ और भवन पूरी तरह बिखर गया। इस दौरान आसपास के लोग भी डरकर बाहर निकल गए। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और स्थानीय प्रशासन को दी। प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू कर दिया। लेकिन दोपहर एक बजे तक भी भवन मालिक घटना स्थल पर नहीं पहुंचा। हालांकि प्रशासन द्वारा भी इन्हें सूचित कर दिया गया था।
एसडीएम ने डीएफओ की लगाई क्लास
ऐरा होम में सुबह 10:30 बजे भवन गिर गया था। पेड़ गिरने से कई भवनों की छतों को नुकसान पहुंचा। लेकिन वन विभाग की टीम 12 बजे तक भी मौके पर नहीं पहुंची। एसडीएम शिमला नीरज चांदला ने वन विभाग के डीएफओ की फोन पर जमकर क्लास लगाई। आदेश दिए कि तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य आरंभ करें।
दरारें देख छत से निकाल ली गाड़ी 10 मिनट बाद हो गया हादसा
साथ लगते भवन में रहने वाले प्रदीप जिस्टू ने कहा कि उन्होंने सुबह देखा तो भवन में दरारें पड़ी हुई थी। उनकी गाड़ी इसी भवन की छत के साथ खड़ी थी। उन्होंने यह देख अपनी गाड़ी निकाल दी। गाड़ी निकालने के 10 मिनट बाद भवन गिर गया। पूरी कालोनी में धमाका सुनकर अफरा तफरी का माहौल बन गया। सब लोग बाहर आ गए और चीखने चिल्लाने की आवाजें आने लगी।
घर में जाने से कतरा रहे बच्चे
ऐरा होम में गिरे भवन के साथ प्रदीप जिस्टू का घर है। हादसे के समय सभी घर से बाहर निकल गए। लेकिन अब प्रदीप जिस्टू का शारीरिक रूप से अक्षम बच्चा अब घर में अंदर जाने से कतरा रहा है। बाहर बैठकर गिरे भवन को एक टक नजर से देख रहा है।
नगर निगम के पार्षदों सहित प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची
हादसे की सूचना मिलने के तुरंत बाद नगर निगम की महापौर, उप महापौर पार्षद सहित एसडीएम शिमला शहरी नीरज चांदला भी मौके पर पहुंच गई और हादसे का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने गिरे हुए भवन के पास भू स्खलन रोकने के लिए तिरपाल भी उपलब्ध करवाई। एसडीएम नीरज चांदला ने अधिकारियों को जल्द राहत कार्य करने के निर्देश मौके पर दिए हैं।