बिजली मीटर बदलने का काम शुरू
राज्य बिजली बोर्ड ने बिजली के पुराने मीटर को बदलने का काम शुरू कर
जागरण संवाददाता, शिमला : राज्य बिजली बोर्ड ने बिजली के पुराने मीटर को बदलने का काम शुरू कर दिया है। बोर्ड ने 98,000 मीटर को बदलकर इनके स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगा दिए हैं। बिलिंग की समस्या के निदान के लिए 236 विद्युत उपमंडलों में कंप्यूटरीकृत बिलिंग शुरू कर दी है। प्रदेश में अब केवल दो ही उपमंडल बचे हैं। इसी माह इनमें भी कंप्यूटरीकृत बिलिंग शुरू कर दी जाएगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (ऊर्जा) व बिजली बोर्ड के अध्यक्ष राम सुभग सिंह ने यह जानकारी दी। यहां जारी बयान में उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान बोर्ड के घाटे में कमी, बिजली के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और प्रदेश में कम वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए 158 करोड़ रुपये की योजना में बोर्ड के कार्यो का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान बोर्ड ने अपने नेटवर्क में अतिरिक्त उच्च वोल्टेज का विद्युत उपकेंद्र, 13 उच्च वोल्टेज के विद्युत उपकेंद्र व चार 22 केवी कंट्रोल प्वाइंट जोड़े हैं। बोर्ड ने प्रदेश में 1360 विद्युत वितरण उपकेंद्र स्थापित किए। इसमें से 831 विद्युत वितरण उपकेंद्र कम विद्युत वोल्टेज की समस्या को दूर करने संबंधी योजना के तहत स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि 8600 मुफ्त बिजली कनेक्शन भी जारी किए गए हैं। इस दौरान 30,129 लकड़ी के पोल को बदलने के लक्ष्य के मुकाबले 28,605 पोल पहले ही स्टील ट्यूबलर पोल से बदल दिए जा चुके हैं। सुभग सिंह ने बताया कि बिजली बिल के भुगतान को इंटरनेट बैंकिंग, क्रेडिट व डेबिट कार्ड, बोर्ड लिमिटेड मोबाइल एप से डिजिटल भुगतान को सक्ष्म बनाया गया है। नए कनेक्शन के लिए आवेदन, विद्युत लोड मांग में विस्तार या कमी, नाम परिवर्तन को भी बोर्ड की वेबसाइट पर लाइव बनाया गया है।