आइजीएमसी में लगेंगे 137 और बिस्तर

जागरण संवाददाता शिमला प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 07:23 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:23 PM (IST)
आइजीएमसी में लगेंगे 137 और बिस्तर
आइजीएमसी में लगेंगे 137 और बिस्तर

जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में एहतियात बरतते हुए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) प्रशासन ने कोरोना मरीजों के लिए बिस्तर की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। अस्पताल के न्यू ओपीडी ब्लॉक में 35-35 बिस्तर के सेगमेंट बनाए जा रहे हैं जहां गंभीर व अति गंभीर कोरोना मरीजों को दाखिल किया जाएगा। फिलहाल अस्पताल में 300 बिस्तर की व्यवस्था है जिसे बढ़ाकर 437 किया जाएगा। इस ब्लॉक में 137 नए बिस्तर लगाए जाएंगे। इन बिस्तर के साथ ऑक्सीजन सप्लाई की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि गंभीर अवस्था वाले मरीजों को जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन दी जा सके।

आइजीएमसी में प्रदेशभर के करीब 150 कोरोना मरीज दाखिल हैं जो गंभीर व अति गंभीर हालत में हैं। प्रदेशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्थिति और गंभीर होने की आशंका जताई जा रही है। आइजीएमसी में ई-ब्लॉक के अलावा मेकशिफ्ट अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है।

आइजीएमसी के एमएस डा. जनकराज ने बताया कि कोरोना मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की परेशानी न आए, इसके लिए सरकार के निर्देश के बाद बिस्तर की संख्या को बढ़ाया जाएगा। इसकी व्यवस्था की जा रही है। आइजीएमसी के अपने ऑक्सीजन प्लांट से भरपूर ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। आइजीएमसी में गंभीर व अति गंभीर मरीजों को भर्ती करवाया जाता है। प्रदेशभर के अस्पतालों से रेफर होकर मरीज इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं, इसलिए वार्डो में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऑनलाइन ओपीडी का लें सहारा

आइजीएमसी प्रशासन का कहना है कि प्रदेश में कोरोना के कारण पैदा हुई स्थिति के बीच लोगों को अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है। पिछले साल कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने ऑनलाइन ओपीडी की सुविधा शुरू की थी। प्रशासन ने अपील की है कि मरीज डाक्टरी परामर्श के लिए ऑनलाइन ओपीडी का सहारा लें। अधिक जरूरी हो तभी अस्पताल का रुख करें।

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