रिपन में बढ़ाए जाएंगे कोरोना मरीजों के लिए 10 बेड

रामेश्वरी ठाकुर शिमला राजधानी शिमला का कोरोना समर्पित अस्पताल रिपन मरीजों से भर चुका

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:02 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:02 PM (IST)
रिपन में बढ़ाए जाएंगे कोरोना मरीजों के लिए 10 बेड
रिपन में बढ़ाए जाएंगे कोरोना मरीजों के लिए 10 बेड

रामेश्वरी ठाकुर, शिमला

राजधानी शिमला का कोरोना समर्पित अस्पताल रिपन मरीजों से भर चुका है। अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए लगाए गए 125 बेड फुल हो चुके हैं। अस्पताल में अब अन्य मरीजों को दाखिल करने की जगह नहीं बच गई है। ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके लिए अस्पताल के स्पेशल वार्ड का इस्तेमाल किया जाएगा जहां करीब 10 अतिरिक्त बेड लगाए जाएंगे। स्पेशल वार्ड में 10 अतिरिक्त बेड लग जाने के बाद बिस्तरों की संख्या 135 हो जाएगी।

अस्पताल के एमएस डा. रविद्र का कहना है कि अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है। अब स्पेशल वार्ड को भी कोरोना वार्ड में तबदील किया जाएगा। मौजूदा समय तक इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) में दाखिल मरीज जब गंभीर अवस्था से स्थिर अवस्था में आता था तो उसे रिपन शिफ्ट कर दिया जाता था। लेकिन रिपन में मरीजों की संख्या बढ़ने और बेड फुल होने के कारण आइजीएमसी के मरीजों को अब शिफ्ट नहीं किया जा रहा था। इसके अलावा शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर से आने वाले मरीजों को भी बेड नहीं मिल पा रहे थे। रिपन में जगह न होने के कारण इन मरीजों को आइजीएमसी का रुख करना पड़ रहा था। इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है ताकि मरीजों को अधिक संख्या में दाखिल किया जा सके। आइजीएमसी में होगी 500 बेड की सुविधा

प्रदेशभर में कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति के चलते आइजीएमसी में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रशासन व्यवस्था कर रहा है। मौजूदा समय में अस्पताल में करीब 345 बेड कोरोना मरीजों के लिए लगाए गए हैं। इनमें से अभी तक 315 मरीज दाखिल हैं। ये सभी मरीज आक्सीजन पर हैं। अस्पताल के न्यू ओपीडी ब्लॉक की विभिन्न मंजिलों में कोरोना मरीजों को रखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इन बिस्तरों की संख्या 500 तक बढ़ाई जा सकती है ताकि अधिक से अधिक मरीजों को दाखिल किया जा सके। रिपन में नहीं मल्टीस्पेश्येलिटी विभाग

कोरोना समर्पित अस्पताल में मल्टी स्पेशल विभाग मौजूद नहीं है। इसलिए इस अस्पताल में अति गंभीर मरीजों को नहीं रखा जाता है। यहां अधिकतर गंभीर लक्षण वाले मरीजों को रखा जाता है। अस्पताल में कार्डियो, सायकेट्री, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी सहित मल्टी स्पेशल विभागों के डाक्टर उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए कोरोना संक्रमण के साथ अन्य गंभीर बीमारी होने पर मरीजों को यहां से आइजीएमसी शिफ्ट करने की नौबत पड़ती है। अभी तक अस्पताल में सर्जरी, मेडिसिन, ऑर्थो, ईएनटी, स्किन और डेंटल विभाग मौजूद हैं।

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