शहर में खोदाई पर रोक, बरसात के अंत तक लागू रहेंगे आदेश
राजधानी में बरसात के दौरान मशीनों से खोदाई पर पूरी तरह से रो
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी में बरसात के दौरान मशीनों से खोदाई पर पूरी तरह से रोक रहेगी। नगर निगम प्रशासन ने बरसात के खत्म होने पर मशीनों का इस्तेमाल कर खोदाई करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही ऐसे स्थानों पर जहां पर दूसरे भवनों से बिल्कुल सटी हुई जमीन पर काम करना है, वहां पर भी खोदाई के लिए पूरी तरह से रोक होगी।
शहर में बरसात के दौरान भूस्खलन की ज्यादा आशंका रहती है। दूसरी तरफ खोदाई होने पर ये आशंका तीन से चार गुना तक बढ़ जाती है। पिछले साल भी बरसात के दौरान टुट में निगम की पार्किंग की हो रही खोदाई के चलते एक बहुमंजिला भवन ढह गया था, वहीं साथ लगते तीन से चार भवनों पर खतरा मंडरा रहा था। इसे बाद में ठीक तो किया, लेकिन एक बहुमंजिला भवन तो पूरी तरह से मिट्टी हो गया।
वहीं संजौली में भी इसी साल साथ लगते प्लाट पर हो रही खोदाई से एक चार मंजिला भवन पूरी तरह से मिट्टी बन गया। इसी तरह से हर साल बरसात के दौरान कई स्थानों पर घरों को खतरा बना रहता है। इस आशंका को खत्म करने केलिए नगर निगम ने ये निर्देश जारी किए हैं। निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि शहर में लोगों को बरसात के दौरान होने वाले नुकसान से बचाया जा सके, इसके लिए तैयारी की जा रही है। इसी कड़ी में ये निर्देश जारी किए हैं।
नालों का जाम होना सबसे बड़ी समस्या
शहर में कई नाले अभी तक ब्लाक हैं। इन नालों में बरसात के दौरान पानी साथ लगते घरों या फिर रास्तों से बहना शुरू हो जाता है। इससे आम लोगों के घरों में पानी घुसने से लेकर मलबा भरने की आशंका बनी रहती है। नगर निगम हालांकि इन नालों की सफाई समय-समय पर करवाता है, लेकिन बरसात की दो से तीन बारिशों में ये फिर से भर जाते हैं।