ट्री कमेटी को फिर आई खतरनाक पेड़ों की याद

जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला में लोगों के घर के लिए मुसीबत बने खतरनाक पेड़ बर्फ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Dec 2020 04:50 PM (IST) Updated:Sat, 12 Dec 2020 04:50 PM (IST)
ट्री कमेटी को फिर आई खतरनाक पेड़ों की याद
ट्री कमेटी को फिर आई खतरनाक पेड़ों की याद

जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में लोगों के घर के लिए मुसीबत बने खतरनाक पेड़ बर्फबारी में नुकसान को और बढ़ा सकते हैं। बर्फबारी के शुरू होते ही नगर निगम की ट्री कमेटी को खतरनाक पेड़ों की याद फिर से आ गई है। ट्री कमेटी के पास करीब 200 खतरनाक पेड़ों को कटवाने के लिए आवेदन आए हैं।

शहर के 34 वार्डो में खतरनाक पेड़ हैं। जो कभी भी किसी के लिए खतरा बन सकते हैं। हालांकि ट्री कमेटी के निरीक्षण के बाद 168 पेड़ों को ट्री कमेटी ने स्वीकृति दी है, लेकिन इसके बाद इसे मंत्रिमंडल की सब कमेटी को नहीं भेजा। अब बर्फबारी का सीजन शुरू हो गया है तो ट्री कमेटी को खतरनाक पेड़ों की याद भी आ गई है। 168 पेड़ों को काटने की मंजूरी के लिए प्रस्ताव निगम की ट्री कमेटी ने मंत्रिमंडल की सब कमेटी को मंजूरी के लिए भेजना है। इसके बाद पेड़ों को काटा जा सकेगा। सब कमेटी पहले भी दे चुकी 300 पेड़ काटने की अनुमति

सब कमेटी ने पहले भी 300 पेड़ों को काटने की अनुमति दी थी लेकिन अभी भी शहर में यह खतरनाक पेड़ नहीं कट पाए हैं। इस कारण अब बर्फबारी के मौसम में फिर से ये पेड़ लोगों को डराने लगे हैं। बर्फबारी में लोगों को डराते हैं पेड़

शहरवासियों के लिए खतरा बने पेड़ बर्फबारी आते ही खौफजदा करने लगते हैं। निगम के पास लोग आवेदन तो कर रहे हैं, लेकिन पेड़ कट नहीं रहे हैं। हैरानी की बात है कि सब कमेटी की मंजूरी के बाद भी शहर में खतरनाक पेड़ नहीं काटे गए हैं। हर साल बर्फबारी के सीजन में पेड़ों के गिरने से काफी नुकसान होता है। बावजूद इसके ट्री कमेटी नुकसान को लेकर संजीदा नहीं है।

हर वार्ड में कम से कम 10 पौधे लगाएगी ट्री कमेटी

हर साल काटे जाने वाले पेड़ों की एवज में अब ट्री कमेटी निगम क्षेत्र में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित करेगी। ट्री कमेटी के इस फैसले के बाबत सभी 34 वार्ड पार्षदों को अपने इलाके में खाली जमीन तलाश करने के निर्देश दिए हैं, ताकि वहां पौधारोपण किया जा सके। वार्ड में कम से कम 10 पौधे लगाने होंगे। ट्री कमेटी ने 168 खतरनाक पेड़ों का निरीक्षण किया है। इसके बाद इन पेड़ों को काटने की अनुमति लेने के लिए मंत्रिमंडल की सब कमेटी को मामला सोमवार को भेजा जाएगा।

पवन चौहान, डीएफओ शिमला शहरी।

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