मंडी व ऊना में भी खुलेंगे सब्जी विक्रय केंद्र

प्रदेश सचिवालय में प्राकृतिक खेती के उत्पादों की बिक्री के लिए खोले गए केन्द्र की सफलता को देखते हुए कृषि विभाग मंडी और ऊना जिला में भी इस तरह के बिक्री केंद्र खोलने पर विचार कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 07:31 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 07:31 PM (IST)
मंडी व ऊना में भी खुलेंगे सब्जी विक्रय केंद्र
मंडी व ऊना में भी खुलेंगे सब्जी विक्रय केंद्र

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सचिवालय में प्राकृतिक खेती के उत्पादों की बिक्री के लिए खोले गए केंद्र की सफलता को देखते हुए कृषि विभाग मंडी और ऊना जिला में ऐसी पहल करने पर विचार कर रहा है। कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने बुधवार को शिमला में बताया कि राज्य सचिवालय में खोला गया सब्जी बिक्री केंद्र सप्ताह में दो दिन कार्य कर रहा है। ग्राहकों की मांग के अनुसार भविष्य में इसे ज्यादा दिन तक खोलने पर विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बिलासपुर के औहर और चंबा में प्राकृतिक खेती के उत्पादों के साप्ताहिक बिक्री केंद्र पहले ही कार्य कर रहे हैं। प्राकृतिक खेती का मुख्य उद्देश्य कृषि लागत को कम कर इसे लाभदायक बनाना और विविध प्रकार के कृषि उत्पादों को बढ़ावा देना है। प्राकृतिक खेती से भूमि उपजाऊ बनती है और पर्यावरण सुरक्षित रखता है। किसानों की आर्थिकी में भी सुधार आता है। राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विभाग किसानों को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।

मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत इस वर्ष 50 हजार किसानों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। अभी तक 20 हजार किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जिसमें से 15 हजार ने प्राकृतिक खेती शुरू कर दी है। सरकार ने इस योजना के तहत 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

chat bot
आपका साथी