आइजीएमसी में 24 घंटे मिलेगी 53 टेस्ट की सुविधा

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज (आइजीएमसी) में अब 24 घंटे 53 प्रकार के टेस्ट की सुविधा मिलेगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:49 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:49 PM (IST)
आइजीएमसी में 24 घंटे मिलेगी 53 टेस्ट की सुविधा
आइजीएमसी में 24 घंटे मिलेगी 53 टेस्ट की सुविधा

जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज (आइजीएमसी) में स्थित इमरजेंसी लैब में अब 53 टेस्ट की सुविधा 24 घंटे मिलेगी। ऐसे में अब मरीजों को जरूरत पड़ने पर निजी लैब पर निर्भर नहीं रहना होगा। मौजूदा समय में अस्पताल की सरकारी लैब में सुबह आठ से 12 बजे तक टेस्ट होते हैं। इसके बाद मरीजों को अस्पताल परिसर में स्थित एसआरएल या फिर बाहर जाकर निजी क्लीनिकों में टेस्ट करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता था।

लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने 24 घंटे वाली इमरजेंसी लैब इसी साल मई में शुरू की थी। शुरुआती दौर में लैब में गिने-चुने टेस्ट होते थे, लेकिन अब विभिन्न प्रकार के टेस्ट करवाने के लिए नई मशीनें आने के बाद करीब 53 प्रकार के टेस्ट की सुविधा मिलेगी।

अस्पताल के एमएस डा. जनकराज का कहना है कि इमरजेंसी में 53 प्रकार के टेस्ट की सुविधा 24 घंटे चलेगी। अस्पताल प्रशासन मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। 2500 से 3000 लोग पहुंचते हैं जांच करवाने

आइजीएमसी में विभिन्न ओपीडी में 2500 से 3000 लोग जांच के लिए पहुंचते हैं। बीमारी की जांच के लिए अकसर डाक्टर कई टेस्ट करवाने को कहते हैं। वहीं विभिन्न वार्डो में 700 से 800 मरीज दाखिल रहते हैं। बीमारी की जांच के लिए इन मरीजों को भी बार-बार टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में टेस्ट का अधिकतर दारमदार एसआरएल पर पड़ जाता है। आए दिन एसआरएल के बाहर मरीजों व तीमारदारों की लाइनें लगी रहती हैं। सैंपल देने और रिपोर्ट लेने के लिए उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता है। अब अस्पताल की नई स्थापित की गई इमरजेंसी लैब में 53 प्रकार के टेस्ट शुरू होने से मरीजों को खासी राहत मिलने वाली है। एसआरएल के बाहर संक्रमण का खतरा

एसआरएल लैब के बाहर रोजाना कई लोग कतार में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। जगह छोटी होने की वजह से लोगों की भीड़ बढ़ जाती है। साथ ही एसआरएल के सामने सरकारी लैब स्थापित है तो लोगों की आवाजाही इस जगह काफी अधिक रहती है। भीड़ बढ़ने की वजह से यहां कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा भी रहता है। इमरजेंसी लैब में टेस्ट की सुविधा मिलने से भीड़ छंट जाएगी और संक्रमण का खतरा भी कम होगा। ये टेस्ट होंगे

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