शहर में 40 फीसद फायर हाइड्रेंट खराब
राजधानी शिमला में आग की हल्की-सी चिगारी बड़ा नुकसान कर सकती है। शहर में 40 फीसद फायर हाइड्रेंट खराब हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में आग की हल्की-सी चिगारी बड़ा नुकसान कर सकती है। शिमला शहर में 240 में से 97 फायर हाइड्रेंट खराब मिले हैं। दमकल विभाग की ओर से दीपावली से पहले किए गए सर्वे में इसका पता चला है। केवल 143 फायर हाइड्रेंट ही ठीक हैं। सर्वे के दौरान दमकल विभाग की टीम को कई फायर हाइड्रेंट मिले ही नहीं। रास्ते व ढंगों के निर्माण के दौरान यह दब गए हैं। कई हाइड्रेंट खराब हो गए हैं।
दमकल विभाग की गाड़ियों की पाइपें ही इसमें फिट नहीं बैठ पाती हैं। यदि इन क्षेत्रों में अग्निकांड की कोई घटना हो जाए तो फायर टेंडर में पानी भरने के लिए गाड़ियों को मालरोड लाना पड़ेगा। शिमला शहर के भीड़भाड़ व तंग स्थान जैसे लोअर बाजार, गंज बाजार और रामबाजार के आसपास लगे फायर हाइड्रेंट खराब पाए गए हैं। नगर निगम को लिखा पत्र, जल्द करवाए जाएं ठीक
दमकल विभाग ने इसको लेकर नगर निगम शिमला के आयुक्त को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि दीपावली से पहले इन फायर हाइड्रेंट को ठीक करवाया जाए। विभाग ने नगर निगम को खराब हाइड्रेंट की लोकेशन भी बताई है। साथ ही यह भी बताया गया है कि यहां से रिज तक गाड़ियों में पानी भरने के लिए आने व जाने में कितना अतिरिक्त समय लगेगा। इससे बड़ा हादसा हो सकता है। दमकल विभाग ने कहा है कि जहां पर फायर हाइड्रेंट दब गए हैं उन्हें ढूंढकर निकाला जाए या फिर उसके स्थान पर नई जगह चिह्नित की जाए, ताकि वहां पर फायर हाइड्रेंट बनाए जा सकें। त्योहारी सीजन में रहती है आग लगने की आशंका
त्योहारी सीजन में अग्निकांड की घटना की आशंका रहती है। इसलिए दमकल विभाग ने पहले से ही उनका सर्वे करवाना शुरू कर दिया था। इनके मुताबिक जितने भी हाइड्रेंट खराब हो गए हैं इन्हें त्योहारी सीजन से पहले ही ठीक कर लिया जाएगा। किसी भी हादसे में कम से कम जान को नुकसान न हो, इस पर काम किया जाना है। दोनों शिफ्ट में कर्मचारी रहेंगे ड्यूटी पर मौजूद
मालरोड पर स्थित फायर स्टेशन में कर्मचारियों की छुट्टियां दीपावली तक रद कर दी गई हैं। शिफ्ट में कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी गई है। 14 कर्मचारी हर समय फायर स्टेशन में मौजूद रहेंगे। दीपावली पर आग की घटना के चलते यह संख्या बढ़ाई गई है। स्टेशन फायर आफिसर भूपेंद्र सिंह ने बताया कि नगर निगम को पत्र लिखकर खराब हाइड्रेंट को ठीक करवाने के लिए कहा गया है।