शिमला में बनेंगे 100 कलस्टर स्कूल, प्रस्ताव तैयार
नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के शैक्षणिक ढांचे में बड़ा बदलाव होगा।
अनिल ठाकुर, शिमला
नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के शैक्षणिक ढांचे में बड़ा बदलाव होगा। शिमला जिले में 100 स्कूलों को कलस्टर स्कूल का दर्जा दिया जाएगा। दो से पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्कूलों को एक कलस्टर के अधीन लाया जाएगा। वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला को कलस्टर स्कूल बनाया जाएगा। इसके अधीन प्राइमरी, माध्यमिक व उच्च विद्यालय आएंगे। इन स्कूलों की प्रशासनिक व्यवस्था कलस्टर स्कूल के प्रधानाचार्य के हाथ में रहेगी। शिक्षा निदेशक ने पिछले सप्ताह प्रदेश के सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को पत्र भेजा था। इसमें पूछा गया था कि उनके जिला में कितने स्कूल कलस्टर बनाए जाने हैं, इन स्कूलों का नाम और इनके अधीन कौन-कौन से अन्य स्कूल आएंगे यह जानकारी दें।
शिक्षा उपनिदेशक शिमला की ओर से तैयार किए गए प्रस्ताव में जिले में करीब 100 स्कूलों कलस्टर बनाना प्रस्तावित है। जिले में 21 शिक्षा खंड हैं और हर शिक्षा खंड में पांच से छह कलस्टर स्कूल बनेंगे।
पीएबी की बैठक में दी थी कलस्टर स्कूल बनाने की मंजूरी
दो सप्ताह पहले केंद्रिय शिक्षा मंत्रालय के साथ आयोजित प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पीएबी) की बैठक में कलस्टर स्कूल बनाने की मंजूरी थी। यदि तय दूरी के भीतर दो वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाएं हैं तो वहां ज्यादा छात्रों की संख्या वाले स्कूल को कलस्टर बनाया जाएगा। शिक्षक लंबी छुट्टी पर जाता है या किसी विषय का शिक्षक सेवानिवृत्ता या तबादला हो गया है तो कलस्टर स्कूल के प्रधानाचार्य ही वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करेंगे। इसके लिए निदेशालय को प्रस्ताव भेजने की भी जरूरत नहीं होगी। अपने स्तर पर यह निर्णय लिया जा सकता है।
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जिले में किन स्कूलों को कलस्टर बनाया जाएगा, इसकी सूची तैयार की जा रही है। शिक्षा खंड के हिसाब से स्कूलों का चयन किया जाएगा। स्कूलों के नाम फाइनल करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
-अशोक शर्मा, शिक्षा उपनिदेशक शिमला