कोष कार्यालय पनारसा शिफ्ट करने पर लोग लामबंद
सहयोगी पद्धर तहसील औट में कई वर्षों से लोगों की सुविधा के लिए चल रही ट्रेजरी (कोष काया
सहयोगी, पद्धर : तहसील औट में कई वर्षों से लोगों की सुविधा के लिए चल रही ट्रेजरी (कोष कार्यालय) पनारसा शिफ्ट करने पर पंचायत औट तथा आसपास के ग्रामीण भड़क गए हैं। पंचायत प्रतिनिधियों, ग्रामीणों, पेंशनरों, कारोबारियों, महिला मंडल, युवक मंडल सहित जनवादी संगठनों ने सरकार को चेताया है कि एक माह के भीतर पनारसा में स्थापित ट्रेजरी आफिस को औट तहसील में वापस न किया गया तो तमाम संगठन सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे।
औट पंचायत उपप्रधान श्यामलाल ने बताया कि वर्षों से औट तहसील के साथ स्थापित उप कोषाधिकारी का कार्यालय सरकार ने जबरन पनारसा के लिए शिफ्ट किया है, जिससे तहसील औट में राजस्व संबंधी कामकाज निपटाने के लिए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सब ट्रेजरी का आफिस तहसील मुख्यालय से दस किलोमीटर दूर स्थापित किया है। जिस कारण दूरदराज के इलाकों से आने वाले ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस कमेटी औट के प्रधान हरीश कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए सब ट्रेजरी को यहां से शिफ्ट किया। औट में भी ट्रेजरी आफिस किराए के मकान में चल रहा था। अब पनारसा में शिफ्ट किया गया आफिस भी किराये के भवन में चल रहा है। इससे आभास हो रहा है कि सरकार ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए यह कारनामा किया है।
कांग्रेस कार्यकर्ता आशीष शर्मा, तरसेम लाल, देवेंद्र कुमार व इंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार व प्रशासन के इस फैसले से वह आहत हैं। इस संबंध में विभिन्न संगठनों के लोग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मिले। उन्होंने आश्वासन दिया कि एक माह के भीतर ट्रेजरी आफिस को दोबारा औट में स्थापित किया जाएगा। लेकिन अभी तक इस बारे कोई सकारात्मक कार्रवाई शुरू नही हो पाई है। ऐसे में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने का मन बना लिया है।