घरों पर पेड़ों के खतरे की छाया
नगर निगम क्षेत्र में ट्री अफसर की तैनाती नहीं होने से लोगों के घरों पर
सुरेंद्र शर्मा, मंडी
नगर निगम क्षेत्र में ट्री अफसर की तैनाती नहीं होने से लोगों के घरों पर मंडरा रहा पेड़ों का खतरा दूर नहीं हो रहा है। नगर निगम के अस्तित्व में आने के एक साल बाद भी ट्री अफसर की तैनाती नहीं हो पाई है। पेड़ कटवाने की अनुमति न मिलने से लोग खौफ के साये में रहने को मजबूर है। नगर निगम के पास खलियार, पुरानी मंडी, टारना समेत अन्य वार्डों से पेड़ों को काटने के लिए आवेदन पहुंचे हैं। नगर निगम क्षेत्र में करीब तीन सौ पेड़ वर्तमान में लोगों के घरों के लिए खतरा बने हुए हैं।
नगर परिषद मंडी को नगर निगम का दर्जा तो मिल गया है लेकिन अभी तक अधिकारियों व स्टाफ की तैनाती हो पाई है। करीब छब्बीस किलोमीटर के दायरे में फैले नगर निगम क्षेत्र में कई विशालकाय पेड़ लोगों के घरों के लिए खतरा बने हुए है। नगर निगम में ट्री अफसर पेड़ों को काटने के प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हैं। ट्री अफसर के पद पर डीएफओ रैंक का अधिकारी नियुक्त किया जाता है। लेकिन प्रदेश सरकार ने नगर निगम मंडी में अभी तक इस महत्वपूर्ण पद पर अफसर की तैनाती नहीं की है।
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नगर निगम के विभिन्न वार्डों में पेड़ लोगों के घरों के लिए खतरा बने हुए है। लोगों ने पेड़ों को काटने के लिए आवेदन किए हैं। सरकार से ट्री अफसर के पद पर नियुक्ति के लिए आग्रह किया गया है। जैसे ही ट्री अफसर के पद पर नियुक्ति होगी खतरा बने पेड़ों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
दीपाली जसवाल, मेयर नगर निगम मंडी।