परिवहन विभाग ने भी बैठाई एमवीआइ के खिलाफ जांच

जागरण संवाददाता मंडी वाहनों की पासिग की एवज में करीब 1.13 लाख की वसूली करने के आरोि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 11:59 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 11:59 PM (IST)
परिवहन विभाग ने भी बैठाई एमवीआइ के खिलाफ जांच
परिवहन विभाग ने भी बैठाई एमवीआइ के खिलाफ जांच

जागरण संवाददाता, मंडी : वाहनों की पासिग की एवज में करीब 1.13 लाख की वसूली करने के आरोपित मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआइ) व उसके साथी दो एजेंट का दो दिन का और पुलिस रिमांड मिला है। तीन दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद विजिलेंस ने बुधवार को तीनों को मंडी की एक अदालत में पेश किया।

विजिलेंस की तरफ से अदालत में दलील दी गई कि मामले की तह तक जाने के लिए आरोपितों से अभी पूछताछ जरूरी है। तीनों पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। विजिलेंस की इस दलील के आधार पर अदालत ने तीनों का दो दिन का और रिमांड दे दिया। इस मामले में अब परिवहन विभाग भी हरकत में आ गया है। आरोपित एमवीआइ के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। विजिलेंस ने एमवीआइ व दोनों एजेंट के बैंक अकाउंट की जानकारी भी मांगी है। तीनों की चल-अचल संपत्ति की जांच होगी। इसके लिए राजस्व विभाग से भी रिकार्ड लिया जाएगा।

निलंबित एमवीआइ अभिषेक शर्मा व दोनों एजेंट को विजिलेंस ने वाहन मालिकों से वसूले गए 1.13 लाख रुपये के साथ 27 नवंबर को गिरफ्तार किया था। पुलिस अधीक्षक विजिलेंस मंडी राहुल नाथ ने एमवीआइ व दो एजेंट का अदालत से दो दिन का और पुलिस रिमांड मिलने की पुष्टि की है। वाहन मालिकों से लेते थे 500 से 2000 रुपये

दोनों एजेंट विनोद कुमार व प्रीतम ठाकुर पासिंग की एवज में वाहन मालिकों से 500 से 2000 रुपये तक लेते थे। किस वाहन मालिक से कितने पैसे लेने होते थे यह वाहन की स्थिति देख कर तय करते थे। पासिग की तिथि तय होते ही दोनों एजेंट सक्रिय हो जाते थे। वाहन मालिक भी किसी झंझट में पड़ने के बाद एजेंटों को पैसा थमा देते थे। जिस वाहन मालिक का पैसा मिल जाता था उसका वाहन कमियों के बावजूद पास कर दिया जाता था। अन्य वाहनों में तरह तरह की खामियां निकाल उन्हें दूर करने के निर्देश दिए जाते थे। कुछ वाहन मालिकों की फाइल एमवीआइ अभिषेक शर्मा अपने पास रख लेता था। एजेंट ऐसे वाहन मालिकों से बाद में पैसे के लिए संपर्क करते थे।

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