कोरोना पर भारी मिठाइयों की खुमारी

फरेंद्र ठाकुर मंडी छोटी काशी मंडी में कोरोना की तैयारियों पर मिठाइयों की खुमारी भार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 04:39 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 04:39 PM (IST)
कोरोना पर भारी मिठाइयों की खुमारी
कोरोना पर भारी मिठाइयों की खुमारी

फरेंद्र ठाकुर, मंडी

छोटी काशी मंडी में कोरोना की तैयारियों पर मिठाइयों की खुमारी भारी पड़ने लगी है। त्योहारी सीजन में मिठाइयों की दुकानें सज गई हैं, और खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ लग रही है। शहर की पॉल, मनपंसद और लाहौरिया दी हट्टी में बर्फी, लड्डू, रसमलाई, रसगुल्ले, गुलाब जामुन, पेडे, मिल्क केक, चॉकलेट बर्फी और बेसन भी हाथों-हाथ बिक रहा है। प्रतिदिन मिठाई की 15 से 17 ट्रे बनाई जा रही हैं, जबकि कोरोना के पहले चरण में एक दिन में महज एक ट्रे ही मिठाई की बन रही थी, वहीं देसी घी की जलेबी की डिमांड भी लगातार बढ़ती जा रही है। अब प्रतिदिन एक-एक दुकान में 18 से 20 किलो जलेबी बिक रही है।

शहर की पॉल स्वीट्स, मनपंसद और लाहौरिया दी हट्टी देसी जलेबी व अन्य मिठाइयों के लिए मशहुर हैं। शुक्रवार को भी जलेबी खरीदने के लिए दुकानों के बाहर लोगों की भारी भीड़ जुटी। सात माह बाद चमका कारोबार

लॉडकाउन में सात माह बाद मिष्ठान विक्रेताओं का कारोबार सजा है। लाहौरिया दी हट्टी के मालिक आशीष का कहना है कि पहले के मुकाबले मिठाइयों की डिमांड बढ़ गई है। इससे आमदनी भी अच्छी हो रही है। उन्होंने बताया लॉडकाउन में उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ था। अनलॉक के बाद भी लोग कोरोना के चलते मिठाइयों से दूरी बना रहे थे, लेकिन अब त्योहारी सीजन को लेकर लोगों ने मिठाइयां खरीदना शुरु कर दिया है। समोसे भी बने पहली पसंद

लाहौरिया की हट्टी में समोसे की डिमांड बढ़ी है। शहरवासी समोसे पैक कर घर ले जा रहे हैं। प्रतिदिन 60 से 70 समोसे बिक रहे हैं। लोगों को प्रति समोसा दस रुपये में दिया जा रहा है। देसी घी व पनीर जलेबी की भारी डिमांड

मनपसंद और लाहौरिया दी हट्टी में देसी घी की जलेबी की 20 किलो तक डिमांड बढ़ गई है। जबकि कोरोना वायरस के शुरुआती दौर में जलेबी महज चार से पांच किलो ही बिक रही थी। जबेली के दाम 300 रुपये प्रतिकिलो है। वहीं पनीर जलेबी को भी लोग खूब पंसद कर रहे हैं। हालांकि यह देसी घी जलेबी से 50 रुपये महंगी बिकती है। इसका दाम 350 रुपये है।

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