नेरचौक मेडिकल कालेज में अब विद्यार्थी चलाएंगे मेस

जागरण संवाददाता मंडी नेरचौक मेडिकल कालेज की मेस अब कालेज के प्रशिक्षु ही चलाएंगे। वीर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 12:00 AM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 12:00 AM (IST)
नेरचौक मेडिकल कालेज में अब विद्यार्थी चलाएंगे मेस
नेरचौक मेडिकल कालेज में अब विद्यार्थी चलाएंगे मेस

जागरण संवाददाता, मंडी : नेरचौक मेडिकल कालेज की मेस अब कालेज के प्रशिक्षु ही चलाएंगे। वीरवार को हुई कालेज काउंसिल की बैठक में इस निर्णय को मंजूरी दे दी गई है। यह मेस बिना लाभ व नुकसान के चलेगी। गत सप्ताह विद्यार्थियों ने बिना खाने के मेस में पैसे देने का विरोध किया था।

इस मेस को चलाने के लिए अब प्रशिक्षु चिकित्सक अपनी कमेटी गठित करेंगे और उसके बाद खाने आदि के बिल के आधार पर पैसों को एकत्रित करेंगे। इससे जहां बच्चे इच्छा के अनुसार खाना बना खा सकेंगे, वहीं उन पर अतिरिक्त बोझ भी नहीं पड़ेगा।

बता दें कि पहले यह मेस ठेके पर चल रही थी तो प्रशिक्षु चिकित्सकों को कई बार बिना खाना खाए भी पैसे देने पड़ रहे थे, जिसका यह विरोध कर रहे थे। वहीं कालेज काउंसिल की बैठक में मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल संबंधित नियम भी तय कर दिए गए हैं। यह नियम पहले नहीं बनाए गए थे। आइजीएमसी शिमला व टांडा मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल नियमों को ध्यान में रखकर इनको बनाया गया है। कॉलेज काउंसिल ने इनको भी मंजूरी दे दी है। इसके तहत किसी भी विद्यार्थी को बिना वजह तंग करने, या बाहर से अन्य लोगों को लाने सहित हॉस्टल को नुकसान आदि पहुंचाने पर कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरसी ठाकुर ने कहा कि कॉलेज की मेस अब कॉपरेटिव मेस के आधार पर चलेगी और विद्यार्थी इसे चलाएंगे। इसके लिए कालेज काउंसिल की बैठक में मंजूरी दे दी गई है। बैठक में अन्य मुद्दों पर भी सहमित बनी है।

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इंटर्नशिप के लिए अन्य राज्यों को साढ़े सात प्रतिशत आरक्षण

कालेज काउंसिल की बैठक में मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप के लिए आने वाले अन्य राज्यों के विद्यार्थियों को एमसीआइ के दिशा निर्देशानुसार साढ़े सात प्रतिशत आरक्षण देने को मंजूरी दी गई। यानी 100 सीटो पर बाहरी राज्यों के केवल सात बच्चों को ही यहां दाखिला मिलेगा।

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