राहत की जगह आफत बना मनाली-चंडीगढ़ फोरलेन
मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर आरामदायक सफर का सपना पूरा नहीं हो पाया है।
जागरण संवाददाता, मंडी : मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर आरामदायक सफर की जनता की उम्मीद अभी फोरलेन के गड्ढों में ही गुम है। नागचला से मंडी तक 26 किलोमीटर की सड़क का काम टेंडर के अनुसार जुलाई 2020 तक पूरा होना था लेकिन संबंधित केएमसी कंपनी की धीमी काम की रफ्तार ने इसका समय बढ़ा दिया है। लोगों को राहत मिलने की जगह फोरलेन आफत बन गया है।
नागचला से पंडोह तक पहुंचने के लिए लोगों को वाहन में हिचकोले झेलते हुए जाना पड़ रहा है। इस मार्ग पर खड्डे ही खड्डे हैं। दैनिक जागरण की ओर से यह मामला उठाए जाने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने इस मार्ग के संबंध में रिपोर्ट तलब की और लोक निर्माण विभाग के सचिव के साथ केंद्रीय मंत्रालय ने बैठक कर इस काम की धीमी गति पर जवाब मांगा। विभाग के सचिव ने मंडी आकर राष्ट्रीय राजमार्ग की दुर्दशा देखी और कंपनी को तुरंत इसे ठीक करने के लिए कहा। गड्ढों से भरी सड़क देखकर अधिकारी भी हैरान थे। इसके अलावा सात मील के पास लगातार गिर रहे मलबे पर भी जवाब मांगा गया। विभागीय अधिकारियों और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के कड़े रुख के बाद संबंधित कंपनी ने पैचवर्क शुरू किया। अब गड्ढों को भरकर सड़क के जख्मों में मरहम लगाने की कोशिश की जा रही है लेकिन अभी तक काम जिस रफ्तार से होना चाहिए, वैसे नहीं है। 26 किलोमीटर की सड़क पर कार्य के लिए टेंडर 863 करोड़ रुपये का हुआ है। लोगों में इस बात को लेकर रोष है कि अगर मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी में ही कंपनी समय पर काम नहीं निपटा पा रही है तो इसका काम रद क्यों नहीं किया जा रहा है। बेशक अब कंपनी ने पैचवर्क आरंभ किया है लेकिन अभी भी हालत ठीक नहीं है। सरकार को इस ओर कड़ा रुख अपनाकर इस कार्य को गंभीरता से करवाना चाहिए ताकि लोगों के साथ पर्यटकों में भी बेहतर संदेश जाए।
राजेंद्र मोहन, पार्षद, नेला वार्ड नगर निगम। मनाली-चंडीगढ़ मार्ग पर्यटन कारोबार से सबसे महत्वपूर्ण है। इस मार्ग की दुर्दशा पर्यटन पर विपरीत असर डाल रही है। यहां आने वाले पर्यटकों को भी सड़क की दुर्दशा के साथ गलत संदेश जाता है। प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले।
लखन पाल सिंह, नेला निवासी मंडी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत खराब है। बेशक अब कार्य हो रहा है लेकिन लोगों को पंडोह तक जाने में ही समय लग जाता है। संबंधित कंपनी को कार्य में तेजी लानी चाहिए।
सोनू, भ्यूली निवासी
सात मील के पास मलबा गिरने की समस्या को हल नहीं किया जा सका है। मार्ग हल्की सी बारिश होने के बाद बंद हो जाता है। लोगों की बेहतर सफर की उम्मीद अभी अधर में हैं। पर्यटकों में भी गलत संदेश जा रहा है।
रमेश, अस्पताल मार्ग मंडी निवासी फोरलेन का काम कर रही कंपनी को सड़क को ठीक करने के आदेश दिए गए हैं।
अरिदम चौधरी, उपायुक्त, मंडी।