और सुरक्षित होगा रोमांच का सफर
संवाद सहयोगी जोगेंद्रनगर शानन विद्युत परियोजना जोगेंद्रनगर के लिए बनाई गए एशिया के सबसे पहल
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : शानन विद्युत परियोजना जोगेंद्रनगर के लिए बनाई गए एशिया के सबसे पहले रोपवे व उस पर दौड़ने वाली हेरिटेज ट्राली का आधारभूत ढांचा 96 साल बाद नए स्वरूप में दिखेगा। लोहे व लकड़ी की बनी ट्राली को मेट्रो ट्रेन की तरह विकसित करने की तैयारी पंजाब राज्य विद्युत बोर्ड द्वारा शुरू कर दी गई है। तीन करोड़ रुपये रोपवे के जीर्णाेद्धार पर खर्च किए जा चुके हैं। करीब 1600 मीटर रोपवे की स्टील को भी बदला जा रहा है ताकि रोमांच का सफर और भी सुरक्षित हो सके।
बफर जोन से 18 नंबर तक करीब डेढ़ किलोमीटर हालेज रोपवे पर स्टील रोप को बदलने का कार्य अंतिम चरण पर पहुंच चुका है। 18 नंबर से वींचकैंप तक करीब ढाई किलोमीटर तक स्टील रोप को बदलने की तैयारी है। इस पर करीब 30 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 10 लाख से अधिक का प्रस्ताव हेरिटेज ट्राली के ढांचे को बदलने पर खर्च करने की तैयारी है। हेरिटेज ट्राली के नए आधारभूत ढांचे को मेट्रो की लुक दी जाएगी। इसमें करीब 15 से 20 लोग एक साथ सफर कर सकेंगे। इसका लाभ पर्यटकों को भी मिलेगा।
हेरिटेज रोपवे के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए पंजाब राज्य विद्युत बोर्ड के इंजीनियरों ने पूरी ताकत झोंक रखी है। बफर जोन से वींचकैंप तक करीब चार किलोमीटर के ट्रैक को 2250 नए स्लीपरों से चकाचक कर लिया गया है। करीब 96 साल पुराने रोपवे पर दौड़ रही ट्राली के ढांचे को भी नया स्वरूप दिया ेजाएगा। ट्राली में लोगों के बैठने के लिए पुख्ता प्रबंध होंगे। रोपवे का जीर्णोद्धार कार्य भी तेजी से किया जा रहा है।
-हरीश शर्मा, अधीक्षण अभियंता शानन विद्युत परियोजना जोगेंद्रनगर।