नगर परिषद जोगेंद्रनगर में रद होंगे 14 लाख के टेंडर
संवाद सहयोगी जोगेंद्रनगर नगर परिषद जोगेंद्रनगर के विकास कार्यों में आपसी तनातनी फिर भारी
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : नगर परिषद जोगेंद्रनगर के विकास कार्यों में आपसी तनातनी फिर भारी पड़ गई है। नगर परिषद अध्यक्ष की शिकायत के बाद एसडीएम जोगेंद्रनगर ने 14 लाख रुपये के टेंडर को निरस्त करने के आदेश जारी किए हैं।
नगर परिषद की अध्यक्ष ममता कपूर ने एसडीएम को शिकायत की थी कि उनको विश्वास में लिए बिना ही टेंडर कर दिए गए हैं। मामला कहीं तूल न पकड़ ले इसलिए त्वरित कार्रवाई करते हुए टेंडर रद करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। नगर परिषद ने करीब नौ लाख रुपये के टेंडर गांधी वाटिका के सिविल वर्क और पांच लाख रुपये सामुदायिक भवन के निर्माण के टेंडर किए थे। अब शिकायत के बाद इनके रोका जा रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष का आरोप था कि टेंडर जारी करने से पहले उनको विश्वास में लेना ही जरूरी नहीं समझा गया। ऐसे में अब नगर परिषद की खींचतान के कारण विकास कार्य अधर में लटकते नजर आ रहे हैं।
30 लाख रुपये गांधी वाटिका के जीर्णोद्धार पर खर्च होने हैं। पहले व दूसरे चरण में नौ लाख से अधिक के टेंडर जारी हुए थे। अब तीसरे और चौथे चरण के टेंडर प्रक्रिया पर भी संशय बन गया है। साथ ही सामुदायिक भवन के निर्माण में भी देरी होगी।
उधर, जोगेंद्रनगर नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता शशिभूषण ने बताया कि विकास कार्यों में हाउस में पारित औपचारिकताओं के बाद ही टेंडर आवंटित किए जाते हैं। गांधी वाटिका के सिविल वर्क के लिए जो नौ लाख के टेंडर आवंटित किए थे उन्हें कार्यकारी अधिकारी के आदेश के तहत निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। सामुदायिक भवन पर खर्च होने जा रहे पांच लाख के टेंडर भी अब नए सिरे से होंगे। पारदर्शिता से काम करवाने के लिए आनलाइन टेंडर का तवज्जो दी गई थी। नगर परिषद जोगेंद्रनगर के विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर आनलाइन टेंडर के लिए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को विश्वास में लेने के लिए कहा गया है।
-डा. मेजर विशाल शर्मा, एसडीएम जोगेंद्रनगर।