संगठन की पसंद ने दिलाई कुर्सी

हंसराज सैनी मंडी नगर निगम मंडी के पहले महापौर व उपमहापौर का नाम तय करने में नेताओं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 08:32 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 08:32 PM (IST)
संगठन की पसंद ने दिलाई कुर्सी
संगठन की पसंद ने दिलाई कुर्सी

हंसराज सैनी, मंडी

नगर निगम मंडी के पहले महापौर व उपमहापौर का नाम तय करने में नेताओं की नहीं बल्कि संगठन की चली। जिले के कई नेता दोनों पदों के लिए अपने-अपने समर्थक पार्षद का नाम आगे बढ़ाते रहे। किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई तो भाजपा संगठन को हस्तक्षेप करना पड़ा। संगठन की तरफ से नियुक्त चुनाव अधिकारी राकेश जम्वाल की आम सहमति बनाने में अहम भूमिका रही। महापौर व उपमहापौर पद के लिए भाजपा ने युवा नेतृत्व के अलावा अनुभव को तवज्जो दी गई। साथ ही एक तीर से कई निशाने भी साधे गए।

महापौर पद के लिए सन्यारढ़ वार्ड से निर्वाचित पूर्व जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र सिंह आर्य के नाम की पैरवी कुछ नेता जोरशोर से कर रहे थे। सुहड़ा वार्ड की पार्षद नेहा व थनेहड़ा की दीपाली जसवाल भी दौड़ में थीं। सोमवार को दो दौर की बैठकों के बाद नेहा का पता कट गया। संगठन दीपाली जसवाल के पक्ष में खड़ा हुआ तो वीरेंद्र सिंह आर्य भी दौड़ से बाहर हो गए। पार्षदों को संगठन की भावना से अवगत करवाया तो देर रात दीपाली जसवाल के नाम पर सहमति बन गई। उपमहापौर के लिए पड्डल वार्ड से निर्वाचित सोमेश उपाध्याय का नाम तय हुआ। मंगलवार को शपथ समारोह से पहले सर्किट हाउस मंडी में पार्षदों की बैठक हुई। इसमें जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर व चुनाव अधिकारी राकेश जम्वाल भी उपस्थित रहे। कुछ वरिष्ठ पार्षदों ने इस बात को लेकर आपत्ति जताई कि दीपाली जसवाल व सोमेश उपाध्याय पहली बार पार्षद चुनकर आए हैं। अनुभव की कमी है। निगम का कार्य सुचारू रूप से चलाने में दिक्कत आएगी।

संगठन उपमहापौर पद वरिष्ठ पार्षद को देने के लिए राजी हो गया। इसके बाद सुमन ठाकुर, नेहा व वीरेंद्र भट्ट के नाम को लेकर लाबिग शुरू हो गई। संगठन दोनों पद महिलाओं को देने के लिए राजी नहीं हुआ और वीरेंद्र भट्ट की किस्मत खुल गई।

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कभी अनिल शर्मा के सिपहसालार रहे हैं वीरेंद्र भट्ट

उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट 2017 तक सदर हलके के विधायक अनिल शर्मा के खास सिपहसालार रहे हैं। अनिल शर्मा के भाजपा में शामिल होने पर वह भी पार्टी में आ गए। अब भाजपा में रहकर अपने राजनीतिक सफर को आगे बढ़ा रहे हैं। वह पूनगर परिषद मंडी के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। भाजपा ने अनिल शर्मा के सिपहसालार को उपमहापौर बना यहां लोहे से लोहा काटने का प्रयास किया है। अनिल शर्मा का भाजपा के साथ छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है।

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