साइबर सेल, यूनिट से हो रहा अपराध रोकने का प्रयास

जागरण संवाददाता मंडी साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए मंडी पुलिस भी पूरी तरह से सकि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 11:03 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 11:03 PM (IST)
साइबर सेल, यूनिट से हो रहा अपराध रोकने का प्रयास
साइबर सेल, यूनिट से हो रहा अपराध रोकने का प्रयास

जागरण संवाददाता, मंडी : साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए मंडी पुलिस भी पूरी तरह से सक्रिय है। जिला में साइबर थाना नहीं है, लेकिन जिला मुख्यालय साइबर सेल व पांच उपमंडलों में साइबर यूनिट के माध्यम से साइबर अपराध को रोकने के प्रयास हो रहे हैं। पुलिस को इसमें काफी हद तक कामयाबी भी मिली है।

साबइर सेल का प्रभारी इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को बनाया गया है। इसमें चार मुख्य आरक्षी, चार आरक्षी व एक महिला आरक्षी तैनात हैं। तीन लैपटाप के अलावा इन्हें कंप्यूटर भी दिए हैं। सभी लैपटाप व कंप्यूटर साइबर अपराध को रोकने या फिर अपराधियों को पकड़ने में कारगर आधुनिक साफ्टवेयर से लैस हैं। साइबर सेल में डीएसपी रैंक के अधिकारी की निगरानी में टीम काम कर रही है। सरकाघाट, पद्धर, करसोग व सुंदरनगर में स्थापित साइबर यूनिट में तीन-तीन मुख्य आरक्षी तैनात हैं। यहां भी लैपटाप व साफ्टवेयर उपलब्ध करवाए गए हैं।

बल्ह उपमंडल में स्थापित यूनिट में दो जवान तैनात हैं। यहां पुलिस विभाग की तरफ से आइ क्यूब साफ्टवेयर उपलब्ध करवाया गया है। इसकी मदद से काल डिटेल व मोबाइल टावर का डाटा चंद सेकेंड के अंदर खंगाला अपराधियों तक पहुंचने में मदद मिल रही है। साइबर सेल व यूनिट में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को पुलिस लाइन मंडी में अपराध और आपराधिक ट्रैकिग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साइबर ठगी का शिकार होने वाला व्यक्ति साइबर सेल के अलावा पांचों यूनिट में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। इन बातों का रखें ध्यान

-किसी भी आफर के झांसे में न आएं। आफर के बारे में पूर्णतया जान लें।

-अपने बैंक खाते से जुड़ी गुप्त जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।

-किसी भी होम लोन, कार लोन, पसर्नल लोन का आफर आता है तो उसका कोई जवाब न दें, जब तक अधिकारिक रूप से जानकारी न मिले।

-अपना ओटीपी, सीवीवी व एटीएम पिन किसी को न बताएं।

-आनलाइन ट्रांजेक्शन सुरक्षित वेबसाइट से करें। साइबर अपराध को रोकने के लिए पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है। साइबर ठगों से बचने के लिए लोग अपनी कोई भी जानकारी साझा न करें। ठगी होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।

-अनिल पटियाल, डीएसपी लीव रिजर्व मंडी।

chat bot
आपका साथी