अभिभावकों की मांग, खोले जाएं स्कूल

सपना शर्मा सैंज करीब दो वर्षों से घर में बैठे स्कूली बच्चों की चिता में अब अभिभावक परेशान

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 04:13 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 04:13 PM (IST)
अभिभावकों की मांग, खोले जाएं स्कूल
अभिभावकों की मांग, खोले जाएं स्कूल

सपना शर्मा, सैंज

करीब दो वर्षों से घर में बैठे स्कूली बच्चों की चिता में अब अभिभावक परेशान हो गए हैं। हर बार बच्चों के लिए स्कूल खोलने की उम्मीद लगा बैठे अभिभावकों ने अब सरकार से मांग की है कि शैक्षणिक सत्र का आधा सत्र बीत चुका है लेकिन बच्चों को व्यवहारिक तौर पर पाठ्यक्रम समझ ही नहीं आ रहा है। इसके अलावा आनलाइन पढ़ाई में भी मोबाइल फोन न होना, नेटवर्क की कमी तथा बच्चों की रुचि न होने से भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

-------------

मौजूदा हालात को देखते हुए तथा बच्चों की पढ़ाई को प्रेक्टिकल आधारित बनाने के लिए अब स्कूल खोल देने चाहिए। घरों में विद्यार्थी पाठ्यक्रम को सही तरह से नहीं समझ पा रहे हैं जिस कारण परीक्षाओं में भी बच्चों के कम अंक आ रहे हैं ।

-पृथी सिंह, अध्यक्ष, स्कूल प्रबंधन समिति, प्राथमिक स्कूल लपाह।

-------------

एक घर में तीन से अधिक विद्यार्थी हैं जबकि अधिकांश माता-पिता के पास एक ही मोबाइल फोन है। इस बजह से सभी विद्यार्थियों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है । बच्चों के भविष्य को देखते हुए सरकार को स्कूल में कक्षाएं लगाने का प्रविधान करना चाहिए ।

-खिलामणी, अध्यक्ष, स्कूल प्रबंधन समिति, सीसे स्कूल शांघड़।

--------------

स्कूल में विद्यार्थी सिर्फ किताबें ही नहीं बल्कि अनेकों नैतिक गुणों को भी सीखता है। सामने बैठकर अध्यापक जिस तरह बच्चों को सिखा सकता है वह आनलाइन संभव नहीं। सरकार को चाहिए कि पायलट तौर पर ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में बच्चे बुलाए जाएं।

-हरिदत्त शर्मा, सेवानिवृत्त अध्यापक।

---------------

विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के साथ, सामुदायिक सहभागिता, प्रतिस्पर्धा की भावना तथा सामाजिक गुणों का समावेश करवाना चाहिए। इसके लिए स्कूल में बच्चों को बुलाना आवश्यक है। बच्चों की स्कूल में कक्षाएं शुरू करवाने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए ।

-महेश शर्मा, समाजसेवी।

chat bot
आपका साथी