चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ उपतहसील में मिलाने पर रोष

संवाद सहयोगी करसोग करसोग उपमंडल के बगशाड़ में खोली गई नई उपतहसील में लोगों से राय

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Sep 2021 09:47 PM (IST) Updated:Fri, 03 Sep 2021 09:47 PM (IST)
चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ उपतहसील में मिलाने पर रोष
चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ उपतहसील में मिलाने पर रोष

संवाद सहयोगी, करसोग : करसोग उपमंडल के बगशाड़ में खोली गई नई उपतहसील में लोगों से राय लिए बिना पटवार सर्कल मिलाने पर लोगों में रोष है। चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ में मिलाए जाने के विरोध में तीन पंचायतों के लोग एसडीएम कार्यालय पहुंचे। लोगों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री से पटवार सर्कल चुराग को करसोग में ही रहने देने की मांग की गई है।

चुराग पटवार सर्कल के तहत तीन पंचायतें चुराग, मनोला व मतेहल पंचायत का एक मुहाल मरांडी कमांद पड़ता है। इसे नई बनी उपतहसील बगशाड में मिलाया गया है। इस दौरान बड़ी समस्या में महिलाएं भी विरोध जताने एसडीएम कार्यालय परिसर में पहुंची थी। उनका कहना था कि बगशाड़ में उप तहसील खोलने का कोई विरोध नहीं है। जनता की राय लिए बिना पटवार वृत्त को नई उपतहसील में मिलाया जाना अनुचित है। अगर पटवार सर्कलों को बगशाड़ उप तहसील में मिलाने से पहले लोगों से पूछा जाता तो इस तरह की दिक्कतें न आती। तीन पंचायतों ने अल्टीमेटम दिया है कि एसडीएम के माध्यम से सरकार को जो ज्ञापन सौंपा है उम्मीद है कि लोगों की बात को सुना जाएगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता उग्र आंदोलन करेगी।

वहीं शोरशन पंचायत की जनता उप तहसील पांगणा से बाहर होकर बगशाड़ में मिलना चाहती है। इस बारे में शोरशन पंचायत की ओर से सरकार को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है।

चुराग पंचायत के उप प्रधान चेतन शर्मा का कहना है कि हमारी लड़ाई बगशाड में उप तहसील खोले जाने को लेकर नहीं है, लेकिन जिस तरीके चुराग पटवार सर्कल को बगशाग में जोड़ा गया है, वह सही नहीं है। पटवार सर्कल को बगशाड़ में मिलाने से पहले लोगों की राय नहीं ली गई। चुराग से करसोग को हर 15 मिनट बाद परिवहन सुविधा है, लेकिन बगशाड़ के लिए बहुत कम बसें चलती हैं। ऐसे में एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर सरकार से मांग रखी गई है।

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