थुनाग में अल्ट्रासाउंड के लिए लोग 100 किलोमीटर दूर जाने को मजबूर
सराज विधानसभा क्षेत्र के लोगों को अल्ट्रासाउंड के लिए 100 किलोमीटर का सफर करना पड़ रहा है।
थुनाग,जेएनएन। सराज विधानसभा क्षेत्र के लोगों को अल्ट्रासाउंड के लिए 100 किलोमीटर का सफर करना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल जंजैहली में रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण यहां अल्ट्रासाउंड की मशीन पिछले आठ महीने से धूल फांक रही है। मुख्यमंत्री ने लोगों की मांग पर यहां अल्ट्रासाउंड मशीन उपलब्ध करवाई थी, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण इसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। अल्ट्रासाउंड न होने के कारण सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं को हो रही है। उनको लगभग 100 किलोमीटर दूर सुंदरनगर या मंडी शहर जाना पड़ रहा है। अस्पताल में निजी कंपनी की ओर से यह मशीन उपलब्ध करवाई गई थी, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण अब यह केवल शोपिस बनकर रह गई है।
अस्पताल में रोजाना 40 से 50 मरीज ऐसे आते हैं, जिनको अल्ट्रासाउंड लिखा जाता है। कोरोना के इस समय में लोग बाहरी क्षेत्रों में जाने से कतरा रहे हैं ऐसे में मरीजों सहित डॉक्टर्स को भी इलाज में दिक्कत आ रही है। पहले महीने में एक बार प्रतिनियुक्ति पर एक रेडियोलॉजिस्ट आता था जिस कारण लोगों को यहीं सुविधा मिल जाती थी, लेकिन लंबे समय से वह भी नहीं आ रहा है।
इस कारण लोगों को परेशानी हो रही है। सराज घाटी के अजय कुमार, शेर ठाकुर, अमरीश ठाकुर, मुकेश कुमार, नारायण ङ्क्षसह ठाकुर,जगेसर ङ्क्षसह, मोहर ङ्क्षसह, अजय सोनी, पवन कुमार, पवना देवी, हुक्मा देवी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि जंजैहली में रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त करें। उधर डॉक्टर दूनी चंद प्रभारी सिविल अस्पताल जंजैहली ने कहा कि सिविल अस्पताल जंजैहली में मरीजों व अन्य रोगियों, गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जा रही है, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट विशेषज्ञ कुल्लू से बतौर डेपुटेशन कार्यरत हैं। कोरोना के कारण कुल्लू से आ नहीं पा रहे हैं। अजय सोनी, पवन कुमार, पवना देवी, हुक्मा देवी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि जंजैहली में रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त करें। उधर डॉक्टर दूनी चंद प्रभारी सिविल अस्पताल जंजैहली ने कहा कि सिविल अस्पताल जंजैहली में मरीजों व अन्य रोगियों, गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जा रही है, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट विशेषज्ञ कुल्लू से बतौर डेपुटेशन कार्यरत हैं। कोरोना के कारण कुल्लू से आ नहीं पा रहे हैं।