मंडी में बेअसर रहा बंद
जागरण टीम मंडी/नेरचौक/ सुंदरनगर/जोगेंद्रनगर/करसोग किसान संगठनों की ओर से सोमवार क
जागरण टीम, मंडी/नेरचौक/ सुंदरनगर/जोगेंद्रनगर/करसोग : किसान संगठनों की ओर से सोमवार को घोषित किया गया बंद बेअसर रहा है। हालांकि किसान संगठनों ने उपमंडल स्तर पर प्रदर्शन कर एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किए, लेकिन कहीं भी कोई रास्ता आदि नहीं रोका गया।
संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर भारत बंद के समर्थन में सीटू, किसान सभा, नौजवान सभा, महिला समिति, एसएफआइ ने भाग लिया। इसमें मुख्य मांगे तीन कृषि कानून जो सरकार द्वारा देश के अंदर लाए गए हैं, उनको वापस करना। किसान पिछले 10 महीनों से देश भर में आंदोलन कर रहा है लेकिन सरकार का रवैया नकारात्मक है। बंद के दौरान मंडी के सेरी मंच पर नारेबाजी के बाद एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया। वहीं नेरचौक से सुंदरनगर तक टै्रक्टर रैली निकाली गई। करसोग में किसान संघ के नेताओं ने नारेबाजी करने के बाद एसडीएम करसोग के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य सराहन, जिला परिषद किशोरी लाल सराहन, पूर्व जिला परिषद माहूंनाग रामलाल मौजूद थे।
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा बल्ह इकाई ने भी कनेड से नेरचौक व डडोर तक ट्रैक्टर रैली निकाली। जोगेंद्रनगर में किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष कुशाल भारद्वाज ने कहा कि कृषि कानून जबरन थोप कर किसानों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। इस अवसर पर नेत्र सिंह, भक्त राम, केहर सिंह, चंद्रमणी, विष्णु राम, महेंद्र सिंह, आत्मा राम, रजनी देवी, इंद्रा देवी सहित काफी संख्या में किसान सबंधि परिवारों के लोग भी मौजूद रहे। वहीं जोगेंद्रनगर सब्जी मंडी में सब्जियों का कारोबार खूब रहा। यहां रोजाना की तरह गाड़ियां सब्जी लेकर आईं व गई। कुल्लू डिपो की सात बसें फंसी, मंडी की बार्डर पर रोकी
भारत बंद के चलते परिवहन निगम के मंडी व कुल्लू डिपो की बसें भी फंस गई। कुल्लू डिपो की दिल्ली व चंडीगढ़ गई सात बसें वहीं फंसने के कारण सुबह नहीं लौट पाई तथा शाम को आंदोलन खत्म होने के बाद वह वहां से लौटी। वहीं चंडीगढ़ और दिल्ली जाने वाली दो बसें कुल्लू से नहीं भेजी गई। मंडी से चंडीगढ़ गई बसें बार्डर पर रोक दी गई, जबकि सोमवार सुबह चलने वाली हरिद्वार रूट की बस को नहीं भेजा गया।