एनएच खस्ताहाल; सेब, सब्जी और टमाटर पर संकट

फोरलेन निर्माण के कारण मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत दयनीय हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 04:20 PM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 04:20 PM (IST)
एनएच खस्ताहाल; सेब, सब्जी और टमाटर पर संकट
एनएच खस्ताहाल; सेब, सब्जी और टमाटर पर संकट

जागरण संवाददाता, मंडी : फोरलेन निर्माण के कारण मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत दयनीय होने से सेब, सब्जी व टमाटर की फसल पर संकट मंडरा गया है। टकोली से सुंदरनगर तक रोजाना सात से आठ घंटे जाम लग रहा है। किसानों व बागवानों को अन्य राज्यों की मंडियों तक उत्पाद पहुंचाना पहाड़ जैसी चुनौती बन गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग की दयनीय हालत से पर्यटन सीजन को भी धक्का लगा है। सेना को सीमा तक रसद पहुंचाने में पसीने छूट रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देश का प्रशासन, पुलिस व एनएचएआइ के अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ है। हालात बदतर होते जा रहे हैं। इससे सरकार की किरकिरी हो रही है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सड़कों की हालत नहीं सुधरी और न ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर कहीं पुलिस नजर आ रही है।

मंडी, कुल्लू, लाहुल-स्पीति जिले में बड़े पैमाने पर सेब, सब्जी व टमाटर सहित अन्य नकदी फसलों का उत्पादन होता है। यहां के लोगों की आर्थिकी का मुख्य साधन नकदी फसलें हैं। लाहुल, कुल्लू व मंडी जिले की विभिन्न मंडियों से रोजाना करीब 1500 छोटी-बड़ी गाड़ियों में सेब, सब्जी व टमाटर की खेप अन्य राज्यों की मंडियों में जाती है। मनाली-चंडीगढ़राष्ट्रीय राजमार्ग तीनों जिलों की लाइफ लाइन हैं। इसके अलावा मंडी कटौला बजौरा होकर एकमात्र वैकल्पिक मार्ग है, जो मार्ग संकरा है और हैवी ट्रैफिक झेलने योग्य नहीं है।

इन स्थानों पर ज्यादा अवरुद्ध हो रहा राजमार्ग

फोरलेन निर्माण के कारण करीब तीन साल से पहाड़ों की कटिग का काम चल रहा है। कंस्ट्रक्शन कंपनियां धीमी गति से काम कर रही हैं। इससे रोजाना पहाड़ दरकने से मलबा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरने से यातायात बाधित हो रहा है। संदली मोड, शनि मंदिर, चाचा ढाबा, बनाला, झिड़ी, दवाड़ा, हणोगी, पंडोह, सात मील, मंडी बाइपास, पुलघराट, डडौर चौक, भौर व कनैड़ में भूस्खलन से मलबा गिरने व गड्ढों की वजह से यातायात बाधित हो रहा है। पुलघराट, सात मील, संदली मोड, डडौर व भौर में रोजाना घंटों जाम लग रहा है। किसी भी स्थान पर कंस्ट्रक्शन कंपनियों की तरफ से चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। हादसों को न्योता देने वाले इन ब्लैक स्पाट पर रात को रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है। कंस्ट्रक्शन कंपनियों व पुलिस प्रशासन की तरफ से इन स्थानों पर कोई सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं किया गया है।

सात से आठ घंटे देरी से मंडियों में पहुंच रहे उत्पाद

यातायात बाधित होने से अन्य राज्यों की मंडियों में उत्पाद सात से आठ घंटे की देरी से पहुंच रहे हैं। इससे उत्पाद दूसरे दिन बिक रहे हैं और वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसानों व बागवानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

यातायात बहाल न होने से घंटों तक रहना पड़ रहा भूखे-प्यासे

पर्यटकों व वाहन चालकों को पुलिस के अभाव में यातायात बहाल न होने से घंटों तक भूखे-प्यासे रहना पड़ रहा है। पर्यटक राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत देख दूसरी बार कुल्लू-मनाली आने से तौबा कर रहे हैं। इससे होटल व्यवसायियों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।

चीन व पाकिस्तान सीमा तक जाती है सेना की रसद

मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग से चीन व पाकिस्तान की सीमा तक सेना की रसद जाती है। रोजाना सैकड़ों ट्रक पठानकोट, अंबाला व जालंधर से रसद लेकर आते हैं। सर्दियों के लिए लेह लद्दाख, लाहुल व पांगी के लिए पेट्रोलियम पदार्थाें व खाद्यान्न की सप्लाई होती है। राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित रहने से रसद पहुंचाने में दिक्कत हो रही है।

पुल घराट व डडौर चौक में नहीं सुधरी व्यवस्था

मंडी शहर के साथ लगते पुल घराट में जलशक्ति विभाग ने पानी की पाइप बिछाने के लिए बिना अनुमति खोदाई कर दी है। इस कारण यहां रोजाना जाम लग रहा है। डडौर चौक में सुंदरनगर, गोहर, जंजैहली, नेरचौक व मंडी की तरफ से यातायात का भारी दबाव रहता है। यहां गड्ढों के कारण राजमार्ग की हालत दयनीय हो चुकी है। दिन भर यहां जाम लग रहा है। मंगलवार रात यहां करीब पांच घंटे यातायात बाधित रहा।

केस स्टडी

उपमंडल बल्ह के डडौर के रहने वाले हरीश शर्मा का दूध का कारोबार है। वह रोजाना मनाली के लिए दूध, ब्रैंड, अंडे व पनीर की सप्लाई लेकर जाते हैं। पुलघराट, सात मील व संदली मोड पर जाम की वजह से सप्लाई नियमित समय पर नहीं पहुंच रही है। दूध खराब होने से आर्थिक नुकसान हो रहा है। वापसी पर जाम से जूझने के बाद देर रात घर पहुंच रहे हैं। बकौल हरीश शर्मा, प्रशासन व कंस्ट्रक्शन कंपनियों की तरफ से कहीं पर सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। कहीं पर भी पुलिस जवान तैनात नहीं है।

-कुल्लू के रिकू अपनी जीप में टकोली, बंदरोल मंडी या अन्य राज्यों की मंडियों में किसानों के उत्पाद लेकर जाते हैं। उनका कहना है कि टकोली से सुंदरनगर तक जाम की वजह से कभी भी समय पर मंडियों में उत्पाद नहीं पहुंच रहे हैं। राजमार्ग की दयनीय हालत से वाहनों को क्षति पहुंच रही है। इससे आर्थिक नुकसान हो रहा है।

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मंडी जिले में सड़कों की हालत दयनीय है। रोजाना घंटों जाम लग रहा है। इससे पर्यटक, बागवान व किसान परेशान हैं। केंद्र व प्रदेश सरकार मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत सुधारने में नाकाम रही है।

-प्रकाश चौधरी, पूर्व मंत्री एवं अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी मंडी

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राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोजाना जाम लगने के लिए पुलिस नहीं बल्कि कंस्ट्रक्शन कंपनियां जिम्मेदार हैं। बार-बार आग्रह करने पर राजमार्ग की हालत नहीं सुधारी जा रही है। पुलिस जवान दिन-रात जूझ रहे हैं।

-आशीष शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी

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फोरलेन का निर्माण कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनियों की लापरवाही को लेकर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक को बुधवार को तलब किया गया था। उन्हें दो दिन के अंदर व्यवस्था सुधारने के लिए कहा गया है, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

-अरिदम चौधरी, उपायुक्त मंडी

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