बस्सी और शानन परियोजना में विद्युत उत्पादन गिरा

द्रंग हलके की बरोट स्थित ओल्ड और नई रेजरवायर में अचानक पा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Nov 2020 08:42 PM (IST) Updated:Sun, 22 Nov 2020 08:42 PM (IST)
बस्सी और शानन परियोजना में विद्युत उत्पादन गिरा
बस्सी और शानन परियोजना में विद्युत उत्पादन गिरा

संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : द्रंग हलके की बरोट स्थित ओल्ड और नई रेजरवायर में अचानक पानी की गिरावट से शानन और बस्सी प्रोजेक्ट के विद्युत उत्पादन में गिरावट आ गई है। इससे दोनों परियोजनाओं को रोजाना लाखों रुपये की चपत लग रही है। सालाना ढाई सौ करोड़ रुपये की आमदनी जुटाने वाली पंजाब राज्य विद्युत बोर्ड की शानन स्थित परियोजना में उत्पादन करीब 60 फीसद तक गिर गया है। यहां पर 15 मेगावाट की चार और 50 मेगावाट की एक मशीन में 110 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता था। इन दिनों यहां 30 से 35 मेगावाट ही उत्पादन हो रहा है। पहाड़ों पर बर्फबारी से परियोजना की रेजरवायर में पानी की आपूर्ति कम हो गई है।

वहीं 66 मेगावाट बस्सी विद्युत परियोजना में भी उत्पादन प्रभावित हुआ है। यहां पर 15 लाख 84 हजार यूनिट तक विद्युत उत्पादन होता है, जो अब तीन लाख यूनिट तक सिमट गया है। इस परियोजना से सालाना सौ करोड़ करोड़ की आमदनी होती थी जो इन दिनों लाखों में सिमट चुकी है। इंजीनियरों की माने तो कुछ दिन में बारिश नहीं होती है तो विद्युत उत्पादन और गिर जाएगा। ------------

बरोट स्थित परियोजना की रेजरवायर में पानी की गिरावट के चलते विद्युत उत्पादन में गिरावट आई है। यहां 110 मेगावाट का उत्पादन हुआ करता था जो इन दिनों 30 से 35 मेगावाट पर सिमट चुका है।

दलजीत सिंह, आरई शानन परियोजना। मौसम के ठंडा होने से परियोजना के विद्युत उत्पादन पर विपरीत असर पड़ा है। 24 घंटे में 15 लाख 84 हजार यूनिट विद्युत का उत्पादन करने वाली 66 मेगावाट बस्सी परियोजना में इन दिनों मुश्किल से तीन लाख यूनिट का उत्पादन ही हो पा रहा है।

सूरज ठाकुर, आरई बस्सी परियोजना जोगेंद्रनगर।

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