कम बोलता हूं तो इसका मतलब यह नहीं कम जानता हूं : जयराम

जागरण संवाददाता मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने गृह हलके सराज से विरोधियों पर जमक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 07:00 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 07:00 PM (IST)
कम बोलता हूं तो इसका मतलब 
यह नहीं कम जानता हूं : जयराम
कम बोलता हूं तो इसका मतलब यह नहीं कम जानता हूं : जयराम

जागरण संवाददाता, मंडी : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने गृह हलके सराज से विरोधियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि कम बोलता हूं, तो इसका मतलब यह नहीं कम जानता हूं। सहज होकर काम करना मेरी आदत है। विरोधी मेरी सहजता को हल्के से न लें। जीवन में सबका काम करने का अपना अपना तरीका है। सभ्य व शालीनता सराज ही देवभूमि हिमाचल की संस्कृति व संस्कार है। इसे वह कभी नहीं छोड़ सकते हैं। शनिवार को सराज हलके में करोड़ों रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरोआ में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। विपक्ष के अलावा उन्होंने अपने ही दल के कई नेताओं को बिना नाम लिए खरी खोटी सुनाई।

जयराम ठाकुर ने कहा कि 25 साल के राजनीतिक जीवन में उन्होंने अपने व दूसरे दल की कई सरकारें देखी हैं। सरकार बनने के चार छह माह बाद मुद्दों की भरमार हो जाती थी। साढ़े तीन साल में उन्होंने ईमानदारी से काम करने का प्रयास किया है। कोई व्यक्ति इस बात को कह नहीं सकता कि सरकार व नेता पर ये आरोप हैं। विपक्ष के लोग कुछ न कुछ तो कहते रहेंगे। कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने हरसंभव प्रयास किए हैं। दूसरी लहर में किसी को कोई दिक्कत नहीं आने दी। टीकाकरण अभियान को बेहतरीन तरीके से संचालित कर देश भर में प्रथम स्थान हासिल किया है। कांग्रेस नेताओं को सिर्फ सराज हलके में विकास दिख रहा है लेकिन प्रदेश सरकार ने सभी हलकों में एक समान ²ष्टि से विकास किया है। कांग्रेसी चाहे तो सर्वे करवा लें।

उन्होंने विरोधियों से पूछा क्या सराज हलके में विकास नहीं होना चाहिए। प्रदेश ने एक साल में अपने चार नेताओं को खोया हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, सांसद रामस्वरूप शर्मा, पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा व सुजान सिंह पठानिया आज हमारे बीच नहीं है। वह व वीरभद्र सिंह राजनीतिक तौर पर आमने-सामने होते थे। वह मेरी तारीफ करते थे तो कांग्रेसियों को पीड़ा होती थी। सरकार ने भी वीरभद्र सिंह को पूरा मान सम्मान दिया है।

प्रदेश के इतिहास में पहली बार चार उपचुनाव हो रहे हैं। वैसे तो चुनाव तीन विधानसभा व मंडी संसदीय क्षेत्र में होना है। उपचुनाव सितंबर में होने की संभावना है। मंडी संसदीय क्षेत्र में 17 हलके हैं। उपचुनाव एक तरह से 20 हलकों में होगा। सराज की जनता अपनी जिम्मेवारी समझे विकास कार्य आज नहीं तो कल हो जाएंगे मगर यहां के मान-सम्मान को कोई ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने उपचुनाव के लिए क्षेत्र की जनता से सहयोग मांगा।

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