आइटीआइ के लिए आठ किलोमीटर पैदल सफर मजबूरी
संवाद सहयोगी जोगेद्रनगर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) डोहग के प्रशिक्षु असुविधाओं क
संवाद सहयोगी, जोगेद्रनगर : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) डोहग के प्रशिक्षु असुविधाओं का दंश झेल रहे हैं। रोजाना प्रशिक्षु शहर से आठ किलोमीटर का पैदल सफर कर आइटीआइ में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए मजबूर हैं। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों की समयसारिणी आइटीआइ के प्रशिक्षुओं की समयसारिणी से मेल न खाने से यह समस्या पेश आई है।
सबसे अधिक परेशान दुर्गम क्षेत्र के प्रशिक्षु हैं। जिन्हें घर पहुंचना आसान नहीं हो रहा है। आइटीआइ से चार किलोमीटर पैदल सफर कर बस अड्डे में जब पहुंच रहे हैं तब उनके तय रूट पर जाने वाली बसें भी नहीं मिल पा रही हैं। इधर परिवहन निगम के बैजनाथ डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक कुलदीप सिंह ने कहा कि वह अड्डा प्रभारी से इस संदर्भ में बात कर समस्या के समाधान का प्रयास करेंगे।
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400 प्रशिक्षु हासिल कर रहे हैं प्रशिक्षण
आइटीआइ में करीब 400 प्रशिक्षु प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं। इनमें करीब 200 प्रशिक्षु पद्धर, लडभड़ोल, नोहली से हैं। जिन्हें निगम की बस सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। 2002 में अस्तित्व में आई आइटीआइ कुशल प्रबंधन के चलते देशभर की करीब 16 हजार आइटीआइ में 43वें रैंक पर रही है।
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आइटीआइ की समयसारिणी के तहत निगम की बसों का मेल न खाने के कारण रोजाना सैकड़ों प्रशिक्षु पैदल करीब चार किलोमीटर दूर शहर का रुख करने का मजबूर हैं। सुबह साढ़े नौ बजे संस्थान का समय है। परिवहन निगम की बस का समय सवा दस बजे है। शाम साढ़़े चार बजे संस्थान में छुट्टी होने पर निगम की बसों का लाभ प्रशिक्षुओं को नहीं मिल पा रहा है।
तनुज शर्मा, प्राचार्य आइटीआइ डोहग।
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आइटीआइ के प्रशिक्षुओं को उनके संस्थान के तय समय पर बस सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक से इस बारे बात की जाएगी। जिससे प्रशिक्षुओं की पैदल आवागमन की समस्या का समाधान हो सके।
प्रकाश राणा, विधायक, जोगेंद्रनगर।