आयुर्वेदिक अस्पताल का दर्जा बढ़ा, नहीं मिली सुविधा

राजेश शर्मा जोगेंद्रनगर आयुर्वेदिक अस्पताल जोगेंद्रनगर को 30 बिस्तरों का दर्जा दिलाने की मुख्य

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 05:43 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 05:43 PM (IST)
आयुर्वेदिक अस्पताल का 
दर्जा बढ़ा, नहीं मिली सुविधा
आयुर्वेदिक अस्पताल का दर्जा बढ़ा, नहीं मिली सुविधा

राजेश शर्मा, जोगेंद्रनगर

आयुर्वेदिक अस्पताल जोगेंद्रनगर को 30 बिस्तरों का दर्जा दिलाने की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की घोषणा केवल कोरी घोषणा साबित हुई है। अस्पताल 10 बिस्तर पर भी स्वास्थ्य लाभ नहीं प्रदान कर पा रहा है। जबकि इसे 30 बिस्तर करने की घोषणा पूर्व लोकसभा चुनाव में हुई थी।

आयुर्वेदिक अस्पताल में नए भवन के निर्माण की कवायद तो दूर यहां पर स्टाफ की भी तैनाती नहीं हो पाई है। दुर्गम क्षेत्र के लोगों को आयुर्वेदिक पद्धति से स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है। पूर्व लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिवंगत रामस्वरूप शर्मा को चुनावी बढ़त दिलाने के लिए नौ दिसंबर 2018 को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री की घोषणा अभी भी अधूरी है। ऐसे में मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में यह मुद्दा भी गरमा गया है। अस्पताल में स्टाफ की कमी के चलते बीते सात माह से मरीजों के रात्रिकालीन दाखिले बंद हैं। यहां पर सात एएनएम के पदों की स्वीकृति मिली है, लेकिन एक भी तैनात नहीं है। दो स्टाफ नर्सों के हवाले अस्पताल में दिन में मरीजों के दाखिले लिए जाते हैं, जबकि शाम को छुट्टी दे दी जाती है। रोजाना 50 से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं जिन्हें अधूरी सुविधाओं का दंश झेलना पड़ रहा है।

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तीन साल से पंचकर्मा भी बंद

आयुर्वेदिक अस्पताल में मैश्वर का पद लंबे अरसे से खाली होने के कारण पंचकर्मा पद्धति के तहत होने वाली कटिवस्थी, स्नेहन, संवेदन, गृदावस्थी, शिरोधारा आदि क्रियाओं का लाभ भी मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। विभिन्न रोगों के इलाज में यह मददगार पद्धति है

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मुख्यमंत्री की घोषणाएं चरणबद्ध तरीके से पूरी की जा रही हैं। आयुर्वेदिक अस्पताल को 30 बिस्तरों का दर्जा मुख्यमंत्री ने दिलाया है। भवन निर्माण के साथ स्टाफ की नियुक्ति भी जल्द होगी।

-गुलाब सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री।

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लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को बढ़त दिलाने के लिए कई घोषणाएं मुख्यमंत्री ने जोगेंद्रनगर में की, जिन्हें सरकार भूल चुकी है। अब मतदाता संसदीय उपचुनाव में इसका जवाब देंगे।

-ठाकुर सुरेंद्र पाल, पूर्व विधायक।

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आयुर्वेद अस्पताल को अगर 30 बिस्तरों का दर्जा मिला है, तो मरीजों को उसी के अनुरूप सुविधाएं मिलनी चाहिए। आइपीडी ठप पड़ी है और पंचकर्मा पद्धति का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।

=शशि धरवाल, कारोबारी, जोगेंद्रनगर।

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सरकार के तीन साल बीत जाने के बाद भी घोषणाओं का पूरा न होना क्षेत्रवासियों के लिए धोखा है। चुनावी समर में की गई घोषणाओं को प्रत्याशियों ने भी पूरा नहीं करवाया। यह एक चिता का विषय है।

-बिमला चौहान, सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी।

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आयुर्वेदिक अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार का लाभ हर वर्ग के मरीजों को मिलेगा। अगर घोषणा हुई है तो उसे पूरा भी मुख्यमंत्री करेगें। घोषणाओं को पूरा होने में विलंब हो रहा है तो सरकार उचित दिशा निर्देश जारी करे।

-विनोद धरवाल, कारोबारी जोगेंद्रनगर।

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सरकार के अभी तक के कार्यकाल में मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र जोगेंद्रनगर को अनेकों सौगातें दी है। आयुर्वेदिक अस्पताल का दर्जा बढ़ा है और यहां स्वास्थ्य सुविधाएं भी दुरुस्त होगी।

-मेघना ठाकुर, अध्यक्ष मंडल भाजपा महिला मोर्चा जोगेंद्रनगर।

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