बल्ह से छिनी एनडीआरएफ बटालियन, सलापड़ में बनेगी
जागरण संवाददाता मंडी बल्ह हलके के बैहना से एनडीआरएफ छिन गई है। सरकार के निर्देश
जागरण संवाददाता, मंडी : बल्ह हलके के बैहना से एनडीआरएफ छिन गई है। सरकार के निर्देश पर एनडीआरएफ बटालियन के लिए जिला प्रशासन ने सुंदरनगर उपमंडल के सलापड़ में करीब 45 बीघा भूमि चिह्नित कर उसके अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उपायुक्त मंडी अरिदम चौधरी ने बुधवार को भूमि अधिग्रहण के आदेश भी जारी कर दिए हैं।
सलापड़ में ब्यास सतलुज लिक (बीएसएल) प्रोजेक्ट की करीब 45 बीघा भूमि सरप्लस थी। सरकार के निर्देश पर बीएसएल प्रबंधन ने सरप्लस भूमि वापस कर दी है। सलापड़ में एनडीआरएफ के लिए जो स्थल चिह्नित किया गया है। वहां किसी समय बीएसएल प्रोजेक्ट की वर्कशाप हुआ करती थी। इसके बाद इस भूमि व यहां बने आवासों को कोल बांध निर्माण के दौरान एनटीपीसी ने लीज पर लिया था। यहां एनटीपीसी की कैंटीन के अलावा कई कार्यालय थे। कोल बांध की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक पुलिस बल (सीआइएसएफ) की बटालियन का कैंप कार्यालय भी सलापड़ में इसी जगह पर था। एनडीआरएफ के 40 जवान मंडी में कार्यरत हैं। मंडी, कुल्लू व लाहुल-स्पीति में आपदा को देखते हुए उनकी यहां तैनाती की गई है। प्रशासन की तरफ से जवानों व उनके अधिकारियों को द्रंग हलके के भटोग स्थित जनजातीय छात्रावास में ठहराया गया है। बटालियन स्थायी रूप से स्थापित करने के लिए बल्ह घाटी के बैहना व कुम्मी पंचायत के घट्टा में भूमि चिन्हित की गई थी। दोनों जगह भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही थी।
बैहना की भूमि की प्रशासन ने केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय से एफसीए की मंजूरी मांगी थी, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। इसे देखते हुए प्रशासन ने सलापड़ में बीएसएल प्रोजेक्ट की करीब 45 बीघा भूमि एनडीआरएफ के लिए अधिग्रहीत करने का निर्णय लिया है। हालांकि प्रशासन इसे अस्थायी व्यवस्था बता रहा है।
-------------
सरकार के निर्देश पर सलापड़ में एनडीआरएफ बटालियन के लिए करीब 45 बीघा भूमि का अधिग्रहण करने के आदेश दिए हैं। बैहना में अभी एफसीए की मंजूरी नहीं मिली है।
-अरिदम चौधरी, उपायुक्त मंडी।